होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

Success Story: बिना जमीन के खेती कर कमाए लाखों, पढ़ें वायनाड के किसान की सक्सेस स्टोरी

Success Story: केरल में एक 38 वर्षीय बिनीश डोमिनिक ने बिना जमीन खेती कर ग्रो बैग में अदरक उगाए। इसके साथ ही उन्होंने अपनी इस खेती से लाखों रुपये भी कमाए। यहां पर आप उनकी सक्सेस स्टोरी पढ़ सकते हैं।   
11:04 AM Nov 28, 2024 IST | Shivani Jha
बिनीश डोमिनिक
Advertisement

Success Story: केरल में एक किसान ने बिना जमीन के ग्रो बैग में अदरक की खेती कर लाखों कमाए। बता दें कि अदरक की खेती करने और उससे लाखों कमाने के लिए आपको जमीन की जरूरत नहीं है। केरल के एक किसान ने ग्रो बैग में अदरक की खेती करके सिर्फ सात सेंट जमीन को मुनाफे में बदल दिया। उनकी विधि ने न केवल अपनी स्किल के लिए बल्कि अपने अच्छे मुनाफे के लिए भी के लिए भी जानी जा रही है, जिससे उन्हें एक ही सीजन में एक लाख रुपये की कमाई हुई है।

Advertisement

कैसे मिली सफलता

वायनाड के अंबालावायल के 38 वर्षीय बिनीश डोमिनिक ने जमीन पर खेती करते समय बढ़ती इनपुट लागत को कम करने और उपज बढ़ाने के लिए वैकल्पिक समाधान ढूंढने के बाद ग्रो बैग में अदरक उगाने का फैसला किया। उन्होंने ग्रो बैग के साथ प्रयोग किया, एक तकनीक जो छोटे स्थानों में उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करती है। किसान बिनीश ने बताया कि मैं इनपुट लागत को कम करके खेती करने और उपज बढ़ाने का तरीका खोजना चाहता था। जब मैंने प्रयोग शुरू किया तो खेती में मेरे वर्षों का अनुभव काम आया। चूंकि अदरक एक उच्च मांग वाली फसल है, इसलिए ग्रो बैग विधि आशाजनक लगी।

ये भी पढ़ें- शरीर को हाइड्रेटेड करने के लिए क्या सिर्फ पानी पीना है जरूरी? 

अपनी खेती को बढ़ाने का लिया फैसला

उन्होंने बताया कि मैंने उन्हें कोकोपीट और जैविक खाद के साथ मिश्रित रेत से भरे ग्रो बैग में लगाया। बिनीश आमतौर पर 15 एकड़ जमीन पर अदरक की खेती करते हैं,अब इस सीजन में ग्रो बैग खेती का विस्तार करने का फैसला किया है। वह पांच एकड़ जमीन पर ग्रो बैग में अदरक लगाएंगे, जबकि 10 एकड़ जमीन पर पारंपरिक अदरक की खेती करेंगे। उनका कहना है कि अदरक की ग्रो बैग खेती पारंपरिक मिट्टी की खेती की तुलना में अधिक फायदेमंद होती है।

Advertisement

ग्रो बैग में खेती करने के फायदे

उन्हों आगे कहा कि खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले उर्वरकों कम प्रयोग में लाए जाते हैं। साथ ही खरपतवार हटाने की लागत भी बचा सकते हैं। सबसे बड़ा फायदा तब होता है जब कोई कीट या बीमारी का हमला होता है और हम प्रभावित फसलों को दूसरी जगह पर स्थानांतरित कर सकते हैं, जिससे बीमारी या कीट फसल के नुकसान नहीं पहुंचा सकता है। साथ ही, ग्रो बैग में फसलों को कीट और बीमारी के हमलों से बचाना आसान होता है। ग्रो बैग का नियंत्रित वातावरण मिट्टी से होने वाली बीमारियों और पोषक तत्वों की कमी जैसी आम समस्याओं को कम करने में मदद करता है, जो पारंपरिक तरीकों में प्रचलित हैं। नियमित रूप से जैविक उर्वरक का उपयोग और सही तरीके से पानी देने से विकास सुनिश्चित होता है।

बिनीश के अनुसार, मिट्टी में एक एकड़ अदरक की खेती से 400 बोरी अदरक की पैदावार होती है, जबकि एक एकड़ में ग्रो बैग से 800 बोरी अदरक की पैदावार होगी। उन्होंने बताया कि मैं ग्रो बैग में अदरक लगाने के लिए ज्यादा कोकोनट का इस्तेमाल किए। एक एकड़ में अदरक के लगभग 24,000 ग्रो बैग हो सकते हैं, और प्रत्येक ग्रो बैग की इनपुट लागत लगभग 50 रुपये होती है।

ये भी पढ़ें- कोलन कैंसर की पहली स्टेज के शुरुआती संकेत क्या?

Open in App
Advertisement
Tags :
benefits of gingerKerala Farmerlifestyle news
Advertisement
Advertisement