Maa Shailputri Special: नवरात्रि पर खास, मां शैलपुत्री के विशेष 2 भोग, बनाने की सम्पूर्ण विधि
Maa Shailputri Special: हर साल पूरे देश में नवरात्रि बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। शारदीय नवरात्रि को पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा और असम राज्यों में दुर्गा पूजा के रूप में मनाया जाता है। गुजरात में नवरात्रि बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। दक्षिण भारत में मुख्य रूप से नवरात्रि के आखिरी तीन दिन मनाये जाते हैं। उत्सव के नौ दिनों के दौरान देवी शक्ति की पूजा की जाती है। नवरात्रि, जिसका शाब्दिक अर्थ है नौ रातें, देवी शक्ति के नौ अवतारों – माँ शैलपुत्री, माँ ब्रह्मचारिणी, माँ चंद्रघंटा, माँ कुष्मांडा, माँ स्कंदमाता, माँ कात्यायनी, माँ कालरात्रि, माँ महागौरी और माँ सिद्धिदात्री को समर्पित है। नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। सती के पुनर्जन्म के रूप में जानी जाने वाली माँ शैलपुत्री को देवी दुर्गा के रूप में जाना जाता है। शैल का अर्थ है पहाड़ और पुत्री का अर्थ है बेटी। मां शैलपुत्री पर्वतों की पुत्री हैं। मां शैलपुत्री के भोग के लिए विशेष रूप से साबूदाना खिचड़ी और कलाकंद तैयार किया जाता है तो आज हम मां शैलपुत्री को चढ़ाये जाने वाले व्यंजनों पर चर्चा करेंगे कि उन्हें किस तरह तैयार किया जा सकता है।
साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि- उपयोग में आने वाली सामग्री।
- भिगोने के लिए साबूदाना – 1 कप
- पानी – 1 कप
- नमक – एक चुटकी
- खिचड़ी के लिए
- मूंगफली (छिलके रहित) – ½ कप
- घी – 2 बड़े चम्मच
- जीरा – 1 चम्मच
- हरी मिर्च कटी हुई – 1
- अदरक कटा हुआ – 2 चम्मच
- टमाटर कटा हुआ – ½ कप
- करी पत्ता – 1 टहनी
- नमक स्वाद अनुसार
- काली मिर्च पाउडर – स्वादानुसार
- नींबू – ½
धनिया कटा हुआ – मुट्ठी भर
खिचड़ी बनाने का तरीका- एक कटोरी पानी में साबूदाना को धोकर कुछ घंटों के लिए भिगो दें। एक पैन में मूंगफली के दानों को सूखा भूनकर दरदरा पीस लें। फिर, एक पैन लें और उसमें घी गर्म करें और उसमें जीरा, हरी मिर्च, अदरक, टमाटर और कटे हुए आलू डालें। इसके बाद इसमें करी पत्ता और दरदरी पीसी हुई मूंगफली डालें। भीगा हुआ साबूदाना, काली मिर्च, नमक और थोड़ा नींबू का रस डालें। साबूदाना को अच्छी तरह से पकाएं, धनिये की पत्तियों से सजाएं और गरमागरम परोसें।
- कलाकंद बनाने की विधि- उपयोग में आने वाली सामग्री।
- 2 लीटर फुल फैट दूध
- ¼ चम्मच फिटकरी
- पिसी हुई 4 बड़े चम्मच चीनी
- ½ बड़ा चम्मच घी
- सूखे मेवे का पाउडर मिला दीजिये
- चाँदी का वर्क
कलाकंद बनाने का तरीका – एक पैन में दूध उबालें और लगातार चलाते रहें। फिर इसमें फिटकरी तब तक मिलाएं जब तक दूध दानेदार न हो जाए और इसे तब तक हिलाते रहें जब तक सिर्फ ठोस पदार्थ न रह जाए । इसके बाद चीनी डालें और मिश्रण गाढ़ा होने तक पकाते रहें। एक एल्युमीनियम ट्रे को घी से चिकना करें और मिश्रण डालें और सतह को समतल करें। ड्राई फ्रूट पाउडर से सजाकर ठंडी जगह पर जमने के लिए रख दें फिर चांदी के वर्क से सजाकर चौकोर या डायमंड आकार में काट लें और परोसें।
उम्मीद करते हैं कि मां शैलपुत्री को चढ़ाये जाने वाले व्यंजनों को बनाने का तरीका व विधि आपको पंसद आई होगी। इनकी मदद से आप भोग को बड़ी आसानी के साथ घर में बना सकती है।