लाल..पीली..गुलाबी नहीं सफेद ही क्यों होती है होटल्स में चादर, वजह जान रह जाएंगे हैरान

white bedsheets Benefits: होटल से लेकर ट्रेन में सफेद चादर का ही इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक की कम्बल का रंग भी सफेद ही होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं कि केवल सफेद रंग ही क्यों? सफेद की जगह लाल, पीला या फिर नीले रंग की भी चादर तो बिछाई जा सकती थी।

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White Bed Sheets Benefits: जब भी कभी हम बाहर घूमने जाते हैं तो किसी न किसी होटल में ही ठहरते है। अगर आप भी कभी होटल में रहे होंगे तो आपने ये बात जरूर नोटिस की होगी कि वहां मौजूद बेड पर सफेद चादर बिछी होती है। इसके अलावा अगर आपने कभी ट्रेन से ट्रेवल किया होगा तो वहां भी आपने देखा होगा कि ट्रेन में मौजूद बेड पर सफेद चादर ही बिछाई जाती है। इसके अलावा यात्रियों को ओढ़ ने के लिए भी सफेद चादर ही दी जाती हैं। लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया कि सफेद चादर ही क्यों? सफेद की जगह और कोई रंग की चादर होटलों में क्यों नहीं होती?

आज हम आपको इसी सवाल का जवाब देंगे कि होटलों से लेकर ट्रेनों में सफेद चादर ही क्यों बिछाई जाती है। इसके अलावा ये भी बताएंगे कि क्या इस कल्चर की शुरुआत भारत में हुई थी या ये वेस्टर्न कल्चर है।

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होटल में क्यों बिछाई जाती है सफेद चादर?

बता दें कि सफेद रंग को देखते ही तनाव दूर होता है। इस रंग को देखने के बाद मन शांत होता है और दिल को रिलैक्स फील होता है। जब भी हम होटलों के रूम में जाते हैं तो वहां सफेद रंग देखकर पॉजिटिव वाइब्स आती है। इसी वजह से होटल और ट्रेन में सफेद रंग को देखकर व्यक्ति को रिलेक्स फील होता है और अच्छी नींद आती है।

इसके अलावा सफेद चादर पर हर दाग-धब्बे साफ दिखाई देता है। जब भी हम किसी होटल में जाते हैं तो वहां सबसे पहले ये देखते हैं कि वहां साफ-सफाई हैं या नहीं। अगर वहां गंदगी होती है तो फिर दोबारा हम वहां नहीं जाते और सफेद चादर देखकर ये साफ पता चल जाता है कि वहां साफ-सफाई हैं या नहीं। इससे होटल वालों की रेपुटेशन बनी रहती है और उनकी कमाई में इजाफा होता है।

क्या ये वेस्टर्न कल्चर की देन है?

आपको बता दें होटलों में सफेद चादर का इस्तेमाल सबसे पहले वेस्टर्न में किया गया था। इसका मतलब ये हैं कि ये वेस्टर्न कल्चर की देन है, जिसे धीरे-धीरे अब ज्यादातर देशों में फॉलो किया जा रहा है।

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