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उज्जैन में लगा 'भूतों का मेला'; दूर-दूर से आत्मा लेकर पहुंचे लाखों लोग, ऐसे मिलती है बुरी आत्मा से छुट्टी

MP Ujjain Bhoot ka Mela: इस 'भूतों के मेले' में लाखों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और शिप्रा नदी में आस्था की डुबकी लगाई। इस मेले को लेकर माना है कि मेले के दौरान बावन कुंड में डुबकी लगाने से बुरी आत्माओं से छुटकारा मिल जाता है।
03:33 PM Apr 08, 2024 IST | Pooja Mishra
भूतों का मेला
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MP Ujjain Bhoot ka Mela: मध्य प्रदेश में इन दिनों लोकसभा चुनाव को लेकर जहां राजनीति गर्म है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में 'भूतों का मेला' लगना शुरू हो गया है। 'भूतों' का यह मेला महाकाल की नगरी उज्जैन में लगा है। उज्जैन के बावन कुंड पर लगे इस 'भूतों के मेले' में बुरी आत्मा से छुटकारा पाने के लिए दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु पहुंच गए हैं। इस 'भूतों के मेले' में पहले दिन पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं ने शिप्रा नदी में आस्था की डुबकी लगाई। इस मेले को लेकर माना है कि मेले के दौरान बावन कुंड में डुबकी लगाने से बुरी आत्माओं से छुटकारा मिल जाता है।

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डुबकी लगाने से मिलेगा बुरी आत्माओं से छुटकारा  

जानकारी के अनुसार, हर साल भूतड़ी अमावस्या के मौके पर उज्जैन से 14 किलोमीटर दूर कालियादेह महल पर इस मेले का आयोजन किया जाता है। इस बार सोमवार को भूतड़ी अमावस्या है। ऐसी मान्यता है कि भूतड़ी अमावस्या के दिन कालियादेह महल पर बावन कुंड में डुबकी लगाने से बुरी आत्माओं से निजात मिल जाती है। इसी वजह से सोमवार की सुबह से ही यहां लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। इसके मद्देनजर प्रशासन और पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं।

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क्या है भूतड़ी अमावस्या?

भूतड़ी अमावस्या के मौके पर सोमवार को काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु 'भूतों के मेले' में पहुंचे। यहां इन लोगों ने बावन कुंड में स्नान किया। इसके बाद भैरव महाराज की पूजा करने के लिए मंदिर गए। स्थानीय लोगों का मानना है कि भूतड़ी अमावस्या पर इस कुंड में स्नान करने से रुके हुए काम भी बिना रुकावट के पूरे हो जाते हैं। वहीं अगर भूतड़ी अमावस्या सोमवार के दिन पड़े तो इस सोमवती अमावस्या भी कहते हैं।

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Madhya Pradesh
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