दिल्ली AIIMS को पीछे छोड़ भोपाल AIIMS बना नंबर 1, डॉक्टर और मरीजों का काम हुआ आसान
Bhopal AIIMS Got First Position: मध्य प्रदेश के इंदौर के बाद अब भोपाल भी नंबर 1 की लिस्ट में शामिल हो गया है। दरअसल, जहां इंदौर सफाई के मामले में सबसे आगे है, वहीं अब भोपाल AIIMS मरीजों के रिकॉर्ड को मेंटेन रखने में सबसे आगे है। इस मामले में भोपाल AIIMS ने दिल्ली AIIMS को भी पीछे छोड़ दिया है। भोपाल AIIMS को मरीजों का रिकॉर्ड मेंटेन रखने के मामले में देशभर के AIIMS अस्पतालों में पहला स्थान मिला है। वहीं मरीज का रिकॉर्ड रखने के मामले में दूसरे नंबर पर नागपुर AIIMS है।
मरीजों के रिकॉर्ड डिजिटाइजेशन में एम्स भोपाल अव्वल
एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह के प्रयासों से अब मरीजों के रिकॉर्ड को डिजिटाइज करने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर देश के सभी एम्स संस्थानो के मुकाबले एम्स भोपाल पहले नंबर पर आ गया है। pic.twitter.com/kZ3ROWzqJq— AIIMS-Bhopal Official (@AIIMSBhopal) April 30, 2024
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भोपाल AIIMS को मरीजों के डिजिटल मेडिकल रिपोर्ट और मॉनिटरिंग के लिए पहला स्थान मिला है। दरअसल, भोपाल AIIMS ने डिजिटल मेडिकल रिपोर्ट और मॉनिटरिंग सिस्टम से मरीज का सारा रिकॉर्ड ऑनलाइन कर दिया। इससे मरीज फाइल, दवाई पर्चा और मेडिकल रिपोर्ट के बिना भी ऑनलाइन तरीके से डॉक्टर सलाह से ले सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया है कि भोपाल AIIMS ने करीब 2.25 लाख मरीजों के रिकॉर्ड को उनके विशिष्ट नंबर के साथ जोड़ा है, जिससे उस पर मॉनिटरिंग करना काफी आसान हो गया है। इससे डॉक्टर को मरीज का इलाज करने में काफी आसानी होगी।
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इस मामले में दिल्ली AIIMS आगे
वहीं अस्पताल में रजिस्ट्रेशन के लिए मरीजों द्वारा क्यूआर कोड स्कैन कर टोकन प्राप्त करने के मामले में नई दिल्ली AIIMS टॉप पर है। यहां 11 लाख से अधिक लोगों ने क्यूआर कोड स्कैन कर टोकन लिया है। इस मामले में भोपाल AIIMS दूसरे नंबर पर रहा, यहां करीब 5 लाख लोगों ने क्यूआर कोड स्कैन कर टोकन प्राप्त किया।