CM शिवराज का नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह पर पलटवार, कांग्रेस ने क्रांतिकारियों का सम्मान नहीं किया
MP News: नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के रानी कमलापति पर दिए बयान के बाद सियासत गर्मा गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी गोविंद सिंह पर पलटवा किया। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी देश के क्रांतिकारियों का सम्मान नहीं किया है।
कांग्रेस एक परिवार की पार्टी
सीएम शिवराज ने कहा कि ‘कमला पार्क किसके नाम पर रखा कांग्रेस बताए, ना नेहरूजी इंदिरा जी राहुल जी मुझे गर्व है ये कहते हुए कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद सब महापुरुष और क्रांतिकारियों को महिमामंडित करने का उनके बलिदान को और कामों को सामने लाने का प्रयास किया गया। इसलिए हमने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति के नाम पर रखा है।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एक खानदान का नाम जपने वालों को कम से कम हमारी गौरव आदिवासी रानी का अपमान तो नहीं करना चाहिए। तुमने तो उनके नाम पर कुछ किया नहीं आज बीजेपी कर रही है तो तकलीफ हो रही है, लेकिन मैडम सोनिया गांधी को जवाब देना होगा, क्या वो कमला पति को जानती है क्या कांग्रेस का यही दृष्टिकोण है। नहीं तो ये अपमान साथ प्रदेश के आदिवासी भाई बहनों का अपमान है।’
सीएम ने साधा कांग्रेस पर निशाना
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ‘आश्चर्य है कि कांग्रेस तो केवल एक ही परिवार जानती है, एक ही नाम गांधी वो भी नेहरू खानदानउस खानदान के अलावा कोई महापुरुष हुआ ही नहीं है, रानी कमलापति महिला हिंदू शासक की भोपाल की गोंड रानी थी स्वाभिमानी थी सुशासन रानी कमलापति ने दिया। उन्होंने जल समाधि ली छोटे तालाब में तालाब के पानी में आज भी उनके बलिदान की गूंज सुनाई देती है। हम तो बचपन से पढ़ते थे ताल तो भोपाल ताल बाकी सब तलैया और रानी कमलापति यहां के बच्चों ने पढ़ा है।’
बीजेपी ने किया नेता प्रतिपक्ष का विरोध
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने रानी कमलापति को लेकर बयान दिया था। जो भोपाल की रानी थी। गोविंद सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘भोपाल का रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति। जो नाम हमने सुने नहीं। उनको ढूंढ ढूंढ कर उनका नाम स्थापित कर रहे है। इसलिए कर रहे है कि राजा-रानी जिन्होंने दलितों, शोषितों पर लगातार अत्याचार किए, उनका महिमांडन का काम कर रहे।’ उनके इसी बयान का बीजेपी लगातार विरोध कर रही है। आज कई जिलों में गोविंद सिंह के पुतले भी जलाए गए।