मारपीट बर्दाश्त नहीं होती, मरना चाहती हूं...और 4 बच्चे लेकर कुएं में कूद गई महिला; चारों बच्चों की मौत
Woman Suicide With Four Childrens (प्रीत शर्मा, मंदसौर) : मध्य प्रदेश के मंदसौर में रविवार सुबह दिल दहला देने वाली घटना हुई। जिले के गरोठ थाना क्षेत्र के तहत आने वाले पीपलखेड़ा गांव में एक महिला अपने 4 बच्चों को लेकर कुंए में कूद गई। खेतों में काम कर रहे लोगों ने उसे देख लिया। उन्होंने तुरंत महिला को तो कुएं से निकाल लिया, लेकिन उसके बच्चों ने बचाए जाने से पहले ही दम तोड़ दिया।
महिला ने दोबारा कुएं में कूदने की कोशिश की, क्योंकि उसका कहना था कि रोज-रोज की मारपीट बर्दाश्त नहीं होती, इसलिए मैं मरना चाहती हूं, लेकिन लोगों ने उसे कुएं ने कूदने नहीं दिया। मामले की जानकारी पुलिस को लगी तो तत्काल मौके पर आकर महिला को हिरासत में लिया। बच्चों के शवों को कुएं से निकालकर कब्जे में लिया ओर पोस्टमार्टम के लिए गरोठ चिकित्सालय भेजा गया।
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मरने वालों बच्चों की उम्र 3 से 11 साल
गरोठ की एडिशनल SP हेमलता कुरील ने बताया कि महिला ने बयान दिए हैं। उसने अपने पति द्वारा आए दिन की जाने वाली मारपीट से परेशान थी। बीती रात भी उसका पति कंबल बेचकर आया था और उसने पत्नी से मारपीट की थी। इसी से परेशान पत्नी बच्चों को लेकर सास के पास दूसरे घर गई थी, लेकिन सास ने बहू का कोई सहयोग नहीं किया। इसके बाद महिला कुछ लोगों से खाना मांगकर आंगनवाड़ी केन्द्र में रात भर रही।
अलसुबह जब उसने घर जाने का सोचा तो उसे यह बात परेशान करने लगी कि पति फिर उससे मारपीट करेगा। घर जाकर पति की मार खाने से बेहतर उसने मौत को गले लगाना पसंद किया और अपने ही खेत पर बने कुंए में जाकर 4 बच्चों सहित छलांग लगा दी। यह देखकर ग्रामीणों ने रेस्क्यू किया और महिला को बचा लिया। मरने वाले बच्चों की उम्र महज 3 से 11 वर्ष के बीच है, जिनमें 2 लड़कियां और 2 लड़के शामिल हैं।
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भाई को बताया था कि मरने जा रही हूं
वहीं महिला के भाई की मानें तो उनका भी यही कहना है कि उनकी बहन के साथ पति आए दिन मारपीट करता है, जिसको लेकर कई बार थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी, लेकिन वह माफी मांगकर पत्नी को सही रखने का वादा करता था। मायके वालों के कहने पर भी वह, पति-पत्नी के आपस का मामला होने की बात कहकर विवाद खत्म कर देता था।
4 दिन पूर्व भी डायल 100 को बुलाया गया था। शनिवार रात भी मारपीट करने के चलते वह घर से निकल गई और सुबह हमारे पास बहन का फोन भी आया था कि हम मर रहे है, जिसके बाद सीधे गांव आए तो बहन थाने में मिली और उसके चारों बच्चों की लाशें मिली। घटना के लिए उसका पति नगजीराम गरासिया जिम्मेदा है।
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