मध्य प्रदेश के इस स्कूल के सामने क्यों पढ़ी गई हनुमान चालीसा?
Hanuman Chalisa In School : मध्य प्रदेश में माथे पर तिलक और हाथों में कलावा बांधने से रोकने को लेकर आए दिन स्कूलों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एक प्राइवेट स्कूल में एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है। इसे लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर स्कूल के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया। साथ ही गेट पर चेतावनी का बोर्ड और स्वस्तिक का चिह्न बनाया गया है।
इंदौर के एक प्राइवेट स्कूल में बच्चों को हाथों में कलावा और माथे पर तिलक नहीं लगाने दिया जाता है। इसे लेकर दो दिन पहले एक छात्र की मां ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने इस मामले को संज्ञान में लिया। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया।
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हिंदू संगठनों ने श्रीहनुमान चालीसा का किया पाठ
हिंदू संगठन के विभाग संयोजक प्रवीण दरेकर ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल में हाथ में कलावा बांधने और माथे पर तिलक लगाने पर रोक के विरोध में कार्यकर्ताओं ने श्रीहनुमान चालीसा का पाठ किया। यह पाठ स्कूल संचालकों को सद्बुद्धि देने के लिए किया गया। साथ ही स्कूल गेट पर चेतावनी का एक बोर्ड भी लगाया गया है, क्योंकि हिंदू संस्कृति हमें सद्भावना और एकता सिखाती है।
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पुलिस ने मामला कराया शांत
उन्होंने आगे कहा कि हिंदू संस्कृति से जुड़े सभी त्योहार स्कूलों में मनाया जाएं, ताकि बच्चों को सनातन धर्म का ज्ञान प्राप्त हो, इसे लेकर स्कूल प्रबंधन से निवेदन किया है। इस मामले की सूचना मिलते ही हीरानगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और कार्यकर्ताओं से बातचीत कर विरोध प्रदर्शन शांत कराया। कुछ युवकों ने स्कूल गेट पर सनातन धर्म का स्वस्तिक चिह्न भी बनाया।