कमलनाथ के बयान पर शुरू हुई सियासत, कांग्रेस बोली- हमारे बेडरूम में न झांके भाजपा
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के भावुक बयानों पर अब जमकर सियासत शुरू हो गई है। इसे लेकर भाजपा के प्रवक्ता मिलन भार्गव ने कहा है कि जीतू पटवारी कमलनाथ को निपटाने के काम में लगे हैं। इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा ने यह कहते हुए पलटवार किया है कि भाजपा को कांग्रेस के बेडरूम में नहीं झांकना चाहिए।
दरअसल, कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। लेकिन कमलनाथ इसमें शामिल नहीं हुए थे। इसे लेकर मिलन भार्गव ने कहा था कि जीतू पटवारी की सोशल मीडिया टीम कमलनाथ को बीमार बताने में जुटी हुई है। इसीलिए कमलनाथ जनता से भावुक अपील कर रहे हैं। लेकिन, अगर आपने कांटे बोए हैं तो फिर कांटे ही मिलेंगे, फल कहां से उगेंगे।
'भाजपा डरी हुई है इसीलिए कर रही है ऐसी बातें'
इस पर केके मिश्रा ने कहा है कि दिग्विजय सिंह क्यों आए, कमलनाथ क्यों नहीं आए... इन सब बातों की भाजपा को चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमारे बेडरूम में झांकने से बेहतर होगा कि आप खुद को देखें। उन्होंने दावा किया कि भाजपा डरी हुई है इसीलिए उसके नेता इस तरह की बेतुकी बातें कर रहे हैं। उन्हें इस बात की चिंता ज्यादा है कि हमारे नेता ने क्या पहना है और वह क्या खा रहे हैं।
कमलनाथ ने छिंदवाड़ा को बनाया कांग्रेस का गढ़
आगामी लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को टिकट मिला है। यह सीट कांग्रेस का गढ़ बनी है तो इसका पूरा-पूरा श्रेय कमलनाथ को ही जाता है। 45 साल में इस सीट से कांग्रेस को केवल एक बार हार का सामना करना पड़ा है। खुद कमलनाथ यहां से 9 बार सांसद बने हैं और एक बार उनकी पत्नी यहां से जीती हैं। इस बार उनके बेटे मैदान में हैं।
कांग्रेस और कमलनाथ के बीच अनबन की अटकल
माना जा रहा है कि कांग्रेस के रवैये से कमलनाथ काफी नाराज चल रहे हैं। पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाते हुए जीतू पटवारी को यह जिम्मा दे दिया है। चर्चा है कि दोनों की आपस में बन नहीं रही है। इसीलिए उनको कई मौकों पर कांग्रेस के नाम पर नहीं बल्कि अपने काम पर बेटे नकुलनाथ के लिए जनता से वोट मांगते हुए देखा गया है। भाजपा इसी का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है।
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