'एक और एक ग्यारह बनकर काम करेंगे मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र', कार्यक्रम में बोले मुख्यमंत्री मोहन यादव
Maharashtra Agro Vision 2024: मुख्यमंत्री यादव शुक्रवार को नागपुर में आयोजित एग्रोविजन राष्ट्रीय कृषि मेले के शुभारंभ समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह मात्र मेला नहीं बल्कि यह भविष्य के सुशासन की समृद्धशाली भारत और प्रदेश के बनने की इसने नींव डाली है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि कृषि आधारित उद्योगों को घर-घर पहुंचाने के लिए मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र मिलकर काम करेंगे। एक और एक दो नहीं, एक और एक ग्यारह बनकर काम करेंगे।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी सामाजिक व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने वाले सिद्धहस्त डॉक्टर हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कृषि आधारित कामों के आधार पर प्रदेश की पहचान होती है।
मैं तारीफ करता हूं कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सरकार घर-घर में कृषि आधारित मछली पालन, पशुपालन, दुग्ध उत्पादन जैसे घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्पादन, उत्पादकता तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उत्पादों के लिए पर्याप्त बाजार उपलब्ध कराने पर भी फोकस किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के मंत्री एवं अधिकारियों का एक दल मेले के अवलोकन एवं अध्ययन के लिए भेजा जाएगा।
गौ-पालन से बढ़ेगी आमदनी
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने गौ-पालकों की आय बढ़ाने अनेक योजनाएं क्रियान्वित की हैं। उन्होंने कहा कि हम श्रीकृष्ण को मानने वाले हैं, जिनके घर गायें है वे गोपाल हैं और जिनके घर में गाय का कुल है वह घर गोकुल है।
आज महाराष्ट्र के नागपुर में माननीय केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी की उपस्थिति में आयोजित मध्यभारत की सबसे बड़ी कृषि प्रदर्शनी "Agrovision 2024" के 15वें संस्करण के उद्घाटन कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ एवं अपने विचार साझा किये।@nitin_gadkari#Agrovision2024 pic.twitter.com/JhgtpXcLzt
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 22, 2024
मराठी में बछड़े-बछिया को गौरा और गौरी कहते हैं। हमने गौ-पालकों को गाय के स्थान पर गौरी देने की योजना बनाई है। गौ-पालक 5 गौरी ले जाएं और अपने घर पर उनको बड़ा करें, गौ-पालक 2 गाय अपने घर में ही रख लें और 3 गायें हम खरीदेंगे। गौ-पालक दूध का विक्रय करेंगे उससे उनकी आय में वृद्धि होगी।
कांजी हाउस की कैद से मिलेगी मुक्ति
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि हम निराश्रित और ऐसी गायों को जिनकी दूध देने की क्षमता न्यून या शून्य हो गई है और गौ-पालकों ने उन्हें निराश्रित छोड़ दिया है, को आश्रय देने की दृष्टि से नगरीय क्षेत्रों में गौ-शालाओं का निर्माण करने जा रहे हैं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 22, 2024
इस अनुक्रम में भोपाल में 10 हजार गायों की क्षमता वाली गौ-शाला का भूमि-पूजन होने जा रहा है। इससे सड़कों पर निराश्रित गौ-वंशों से होने वाली दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मध्य प्रदेश में कांजी हाउस, खेड़ा जैसे कैद खानों को भी बंद करने का निर्णय लिया है। मूक पशुओं को जेल में रखने का कोई औचित्य नहीं है।
महाराष्ट्र मेरा पुश्तैनी घर
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि महाराष्ट्र में आकर ऐसा लगा जैसे मैं अपने घर आ गया हूं। माता अहिल्या और महादजी सिंधियां की पृष्ठ भूमि महाराष्ट्र राज्य से जुड़ी हुई है। माता अहिल्या को मैं प्रणाम करता हूं, जिन्होंने उस समय खेती के लिए सिंचाई व्यवस्था के रूप में कुंओं का निर्माण करवाया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री यादव ने मौजूद कुलगुरू शरद घटक, कुलगुरू नितिन पाटिल,अब्दुल्ला और पेसा एक्ट के प्रेसिडेंट टीआर केशव,दीपक शाह, विक्रम भाग और जी पाटिल का अभिवादन भी किया।
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