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'पुलिस और श्रीकृष्ण जीवन में कई समानताएं हैं', सम्मान समारोह में बोले CM मोहन यादव

Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पदक अलंकृत अधिकारियों का सम्मान समारोह में शामिल हुए। यहां उन्होंने कहा कि पुलिस और श्रीकृष्ण जीवन में कई समानताएं हैं।

Madhya Pradesh CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव स्वतंत्रता दिवस मौके पर भोपाल के मुख्यमंत्री निवास में आयोजित पदक अलंकृत अधिकारियों का सम्मान समारोह में शामिल हुए। यहां उन्होंने राजपाल मंगू भाई पटेल के साथ मंच प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के साथ मुलाकात की। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि समाज के अंदर सुव्यवस्था के लिए पुलिस लगातार काम करती है। पुलिस और श्रीकृष्ण जीवन में कई समानताएं हैं।

पुलिस के इष्ट है कृष्ण

अपने संबोधन में मोहन यादव कहा कि पुलिस कलाकार होती है, शब्द बोलने में अटपटा लगेगा। पुलिस सदैव कलाकार होती है..इसमें दोमत नहीं है। पुलिस समाज के अंदर सुव्यवस्था के लिए काम करती है। कलाओं में कला 64 कला, 14 विद्या होती है। सच्चे अर्थों में कृष्ण ही पुलिस के इष्ट हैं। पुलिस और कृष्ण जीवन में कई समानताएं हैं। कई विषम परिस्थितियों ने पुलिस काम करती है। कोरोना काल में अपनी जान को हथेली में रख काम करते मैंने देखा। सीने पर गोली खाते हैं और बलिदान होते हैं। मेरा बस चले तो एक एक पुलिसकर्मी को मेडल दूं।

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श्रीकृष्ण के 16,100 हजार विवाह

उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का पूरा जीवन अधर्म के खिलाफ और धर्म की स्थापना में बीता हैं। वह एक मात्र ऐसे हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन धर्म की स्थापना में लगाया है। मुझे ऐसा बताया गया कि श्रीकृष्ण के 16,100 हजार विवाह हुए... लेकिन यह अतिशयोक्ति है। उनके विवाह 108 ही हुए हैं। असम में एक व्यक्ति 21 हजार राज कन्या से विवाह करने का संकल्प लिया। उसने 16,100 राज कन्या को कैद किया। श्री कृष्ण ने बिना बलराम के युद्ध किया और उसे मारा। साथ ही सभा राजकन्याओं को आजाद दिया। लोक लाज से राजकन्याओं ने अपने-अपने राजभवन में जाने से इनकार किया। तब कृष्ण ने उन्हें अपना नाम दान किया।

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