'समृद्ध मध्य प्रदेश के लिए पंचायतों का आत्मनिर्भर होना जरूरी', कार्यक्रम में बोले डिप्टी सीएम
MP Deputy CM Rajendra Shukla: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार राज्य के विकास के लिए तेजी के साथ काम कर रही है। सीएम मोहन यादव और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुल्क का मानना है कि किसी भी प्रदेश के विकास के लिए पंचायतों का आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है। हाल ही में प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने भोपाल में आयोजित 3 दिवसीय 'आत्मनिर्भर पंचायत- समृद्ध मध्य प्रदेश' के दूसरे दिन पहुंचे। यहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश को समृद्ध बनाने के लिए पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाना होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों का विकास
उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि अमृतकाल में भारत को विश्वकी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय बजट में ग्रामीण विकास के प्रावधान में 11 प्रतिशत की वृद्धि की है। मोदी सरकार द्वारा देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रावधान किए जा रहे हैं। पिछले 10 सालों में जल-जीवन मिशन के जरिए देश के लगभग सभी ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में नल से जल पहुंचाया जा रहा है। सिंचाई के रक़बे में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना, ग्रामीण सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और आजीविका मिशन के जरिए भी ग्रामीण जीवन को सरल और सुविधाजनक बनाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: कौशल को रोजगार से जोड़ने में लगी मोहन सरकार, युवाओं के लिए शुरू की ‘ग्रामीण पथ रोशन योजना’
आत्मनिर्भर बनें पंचायत
डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त बनाने का लगातार कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले सालों में लोगों को राज्य के सामुदायिक केंद्रों में जिला स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में बेहरत कनेक्टिवीटी की सुविधा भी दी जाएगी। अंत में उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के विकास के लिए पंचायतों का आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है।