मध्य प्रदेश की ड्रोन पायलट दीदियां कौन? जो खेती आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को हैं तैयार
Madhya Pradesh Drone Pilot Didi: मध्य प्रदेश में भाजपा की मोहन यादव सरकार 'पीएम मोदी की गारंटी' को पूरा करते हुए खेती आधारित अर्थव्यवस्था और उसमें महिला सशक्तीकरण को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही हैं। राज्य सरकार की मदद से प्रदेश की महिलाएं ड्रोन की टेक्निकल ट्रेनिंग से खेती-किसानी का पूरा रूप बदलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इन महिलाओं को देश भर में ड्रोन दीदी के नाम से पहचाना जा रहा है। ड्रोन दीदियों की यह सेना खेतों में उर्वरकों का छिड़कने से लेकर बड़े खेतों में फसलों की निगरानी तक के सारे काम ड्रोन की मदद से पूरा कर रही हैं। ड्रोन उड़ाती ग्रामीण ये महिलाएं मध्य प्रदेश की सशक्त नारी का नया स्वरूप है।
ग्रामीण महिलाओं को दी गई ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग
मध्य प्रदेश की स्व-सहायता समूहों की सदस्य महिलाएं ने इस सेक्टर में सफलता हासिल कर यह साबित कर दिया है कि सरकारी सहयोग से वे कोई भी काम कर सकती हैं। इससे ग्रामीण महिलाओं में एक नई तरह का आत्मविश्वास बढ़ा है। इससे प्रदेश की महिलाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं भी काफी बढ़ गई हैं। बता दें कि अब तक राज्य में कुछ 89 ग्रामीण महिलाओं को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई है।
ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार अवसर
जानकारी के अनुसार, आमतौर पर एक ड्रोन पायलट को 15,000 रुपये और सह-पायलट को 10,000 रुपये तक का मानदेय मिल सकता है। अगर किसी ने ड्रोन पायलट के तौर पर 15 दिनों की ट्रेनिंग ली है तो वह इस नौकरी के आवेदन कर सकता है। इसके साथ ही ग्रामीण महिलाएं किसानों को इसकी सेवा देकर अच्छी-खासी कमाई कर सकती हैं। इसके अलावा यह ग्रामीण महिलाएं ड्रोन पायलट, मैकेनिक और स्पेयर-पार्ट डीलर के रूप में भी काम कर सकती हैं। इससे महिला सशक्तीकरण के साथ कृषि आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।