जंगल में सड़क किनारे जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे ASI के लिए फरिश्ता बना ये शख्स, ऐसे बचाई जान
(अजयारविंद नामदेव, मध्य प्रदेश)
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एमपी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मानवता की मिसाल पेश की है। दरअसल, देर रात जंगल से गुजरने वाले नेशनल हाईवे पर एक व्यक्ति लहू लुहान होकर गंभीर अवस्था में पड़ा था। इसी दौरान शहडोल पुलिस जोन ADGP डीसी सागर भी हाईवे से गुजर रहे थे। उन्होंने सड़क किनारे पड़े घायल व्यक्ति को देखा तो उसे अपनी गाड़ी में बिठाया और शहडोल जिला चिकित्सालय में भर्ती करवा दिया।
कैसे लगी चोट?
ADGP सागर को बाद में पता चला कि वो घायल शख्स कोई और नहीं बल्कि उन्हीं के पुलिस विभाग का एक ASI है। हालांकि ASI को चोट कैसे लगी? वो जंगल में लहू लुहान कैसे मिले और उनपर किसने हमला किया? इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है। मगर ADGP ने जिस तरह से ASI की जान बचाई है, ऐसे में खाकी के इस सराहनीय कार्य की हर तरफ सराहना हो रही है।
ASI की हुई पहचान
बता दें कि देर रात एडीजीपी शहडोल जोन डी.सी.सागर अपने ऑफिस कमांडो के साथ गश्त लगाकर शहडोल लौट रहे थे। इस दौरान उमरिया जिले के घुनघुटी जंगल से गुजरने वाले नेशनल हाईवे पर ASI गंभीर रूप से घायल अवस्था में सड़क पर पड़े दिखे, जिसे देखकर उन्होंने फौरन गाड़ी रुकवाई और उन्हें गाड़ी में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया। एडीजीपी के साथ चल रहे पुलिस के जवानों ने घायल की पहचान की। वो कोई और नहीं बल्कि एमपी पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक लालमणि सिंह थे। एडीजीपी ने अपनी टीम के साथ घायल एएसआई को सावधानी पूर्वक उठाकर पुलिस की गाड़ी में बैठाया और तत्काल जिला चिकित्सालय शहडोल में भर्ती करवा दिया।
परिजनों को दिया मदद का आश्वासन
ADGP सागर ने ASI को लालमणि को भर्ती करवाने के साथ-साथ अस्पताल की प्रारंभिक चिकित्सा कार्रवाई भी की। तभी ASI लालमणि के परिजन मौके पर पहुंच गए। डी.सी.सागर ने परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। ऐसे में डी.सी.सागर की इस दरियादिली की हर तरफ तारीफ हो रही है।