'आज के स्वस्थ किशोर ही कल के स्वस्थ माता-पिता बनेंगे', AMB कार्यक्रम में बोले मध्य प्रदेश के Deputy CM
MP Deputy CM Rajendra Shukla: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार एक ओर जहां प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए काम रही हैं, वहीं राज्य के लोगों के जीवन स्तर को भी सुधारने पर काम कर रहे हैं। हाल ही में प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने एनीमिया मुक्त भारत (AMB) कार्यक्रम में बताया कि राज्य सरकार अस्पतालों में सुरक्षित प्रसव को करने, मातृ मृत्यु दर (MMR) और शिशु मृत्यु दर (IMR) को कम करने के लिए लगातार कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के साथ-साथ प्रदेश की सरकारी किशोर अबादी के स्वास्थ्य पर भी खास ध्यान दे रही है।
डिप्टी सीएम का संबोधन
डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि आज के स्वस्थ किशोर ही आने वाले कल के स्वस्थ माता-पिता बनेंगे। किशोरावस्था में बच्चों को एनीमिया जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं का समाधान करना न केवल उनके व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए, बल्कि समाज में सुरक्षित मातृत्व स्वास्थ्य के सुधार के लिए भी बहुत जरूरी है। इससे प्रदेश का आने वाला भविष्य भी समेतमंद रहेगा।
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समस्याओं का समाधान
नोडल शिक्षक ऋतू शुक्ला ने क्लास 9 से 12 तक की 385 लड़कियों को नियमित रूप से आयरन अनुपूरण कराने और इसका महत्व समझने के लिए छात्राओं की सहभागिता को प्रोत्साहित किया जाता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कोडिर्नेट कर तीन महीने के लिए आयरन की गोलियां प्राप्त की गई है। इन गोलियों का एक स्टॉक रजिस्टर तैयार किया गया है। स्कूल में कक्षा में आयरन अनुपूरण की जानकारी रजिस्टर में दर्ज की जाती है। यह व्यवस्था विद्यालय में नियमित रूप से आयरन की गोलियों का वितरण और उनका सेवन करती है।