MP: सिंहस्थ 2028 में 3 प्रोजेक्ट्स के जरिए पूरा करेंगे जल आपूर्ति का टारगेट, समीक्षा बैठक में बोले CM मोहन यादव
Development Work Review Meeting In Ujjain: एमपी की मोहन यादव सरकार लगातार विकास कार्यों को करने में जुटी हुई है। इसी के तहत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि सिंहस्थ-2028 और आने वाले सिंहस्थों में संत-महंत और श्रध्दालु क्षिप्रा के जल से ही नहाना करेंगे। इसके लिए कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना, सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी मध्यम परियोजना और हरियाखेड़ी परियोजना के कार्य पूर्ण होने पर ये परियोजनाएं एकीकृत रूप से कार्य करेंगी।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि इन परियोजनाओं से तीन लक्ष्यों को एक साथ प्राप्त किया जाएगा। इन परियोजनाओं से पावन नदी क्षिप्रा स्वच्छ और प्रवाहमान होगी और इससे जिले को पेयजल भी लगातार उपलब्ध होता रहेगा। यह देश-प्रदेश की पहली ऐसी परियोजना हैं, इसके संबंध में केन्द्र सरकार को भी अवगत कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री यादव ने शुक्रवार को उज्जैन में सिंहस्थ-2028 की जल आपूर्ति की कार्ययोजना और उनकी प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने और सभी कार्य समय-सीमा में पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। बैठक में क्षिप्रा को स्वच्छ, अविरल, प्रवाहमान बनाने और क्षिप्रा नदी से जिले को पेयजल उपलब्ध कराने की कार्ययोजना की पूरी चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि यह एकीकृत परियोजनाओं की कार्ययोजना साल 2055 तक की जनसंख्या को दृष्टिगत रखते हुए बनाई गई है। कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना के माध्यम से कान्ह नदी का अस्वच्छ पानी को ट्रीटमेंट कर स्वच्छ पानी गंभीर डाउनस्ट्रीम में छोड़ा जाएगा।
आज उज्जैन में संचालित विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में सहभागिता की एवं कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर प्रभारी मंत्री श्री गौतम टेटवाल जी, जनप्रतिनिधिगण एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। @gautamtetwalbjp pic.twitter.com/Nn5Uxsai6G
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 6, 2024
सिलारखेड़ी-सेवरखेड़ी बैराज से क्षिप्रा में जल की आपूर्ति निरंतर होती रहेगी, जिससे क्षिप्रा अविरल और प्रवाहमान रहेगी। हरियाखेड़ी परियोजना त्रिवेणी के अपस्ट्रीम में होने के कारण यहां से क्षिप्रा नदी का शुध्द जल प्राप्त होगा, जिससे जिले को निरंतर पेयजल प्रदाय किया जाएगा।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि कान्ह डायवर्शन क्लॉज डक्ट परियोजना में क्लोज डक्ट 12 किलोमीटर लंबी टनल एवं 18.15 किलोमीटर क्लोज डक्ट से क्षिप्रा नदी को स्वच्छ करने का कार्य कान्ह नदी के पानी को अलग कर किया जाएगा।
सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना में बैराज निर्माण, बैलेंसिंग टैंक आदि निर्माण कार्य कर सिलारखेड़ी टैंक से त्रिवेणी घाट पाइपलाइन से ग्रेवेटी के माध्यम से क्षिप्रा में जल की सालभर उपलब्धता होगी, जिससे क्षिप्रा प्रवाहमान और अविरल रहेगी। हरियाखेड़ी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व बैराज परियोजना से जिले को निर्बाध रूप से पेयजल उपलब्ध लगातार होता रहेगा।
बैठक में उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, संभागायुक्त संजय गुप्ता, एडीजीपी उमेश जोगा, डीआईजी नवनीत भसीन, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, जनप्रतिनिधि विवेक जोशी, बहादुरसिंह बोरमुण्डला आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री यादव ने स्व. अन्नपूर्णा देवी यादव के देवलोक गमन पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रध्दांजलि दी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार दोपहर गीता कॉलोनी स्थित निज निवास पहुंचकर समाजसेवी एवं उनकी काकी स्व.अन्नपूर्णा देवी का स्वर्गवास होने पर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
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