अजित पवार के साथ गठबंधन क्यों? फडणवीस ने RSS को बताए कारण, जानें किन मुद्दों पर हुई बात?
BJP RSS Meeting Mumbai: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी पूरी तरह एक्टिव है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस लगातार बैठकें कर रहे हैं। संगठन को दुरुस्त करने के लिए भी लगातार फैसले ले रहे हैं। वजह है लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हमेशा चुभने वाली हार। इस बीच चुनाव को लेकर देवेंद्र फडणवीस और आरएसएस के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई है। बैठक में संघ परिवार के 36 संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए। बीजेपी की ओर से देवेंद्र फडणवीस इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए सतारा पहुंचे थे।
बीजेपी सूत्रों की मानें तो संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों और फडणवीस के बीच अजित पवार और एकनाथ शिंदे को लेकर बैठक हुई। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में हुई गलतियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव में संघ की भूमिका को लेकर भी फडणवीस से चर्चा हुई।
हमे हार का अंदेशा था-फडणवीस
फडणवीस ने महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि हमें प्रदेश में हार का अंदेशा पहले से था। इसलिए हमने पहले एकनाथ शिंदे के साथ और बाद में अजित पवार को साथ लिया। उन्होंने कहा कि हमने यह फैसला मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर किया था। बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 2019 के मुकाबले 14 सीटों का नुकसान हुआ। इस बार बीजेपी को चुनाव में 26.18 प्रतिशत वोट मिले। यह पिछले चुनाव से 1 प्रतिशत कम था।
ये भी पढ़ेंः Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे को CM फेस घोषित करने पर अड़ी शिवसेना, MVA में घमासान
विधानसभा चुनाव भी अजित के साथ लड़ेगी बीजेपी
डिप्टी सीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अजित पवार और बीजेपी की पार्टी के बीच वोट ट्रांसफर 50 प्रतिशत से भी कम रहा। ऐसे में अजित की मौजूदगी से बीजेपी को नुकसान ही हुआ। वहीं दूसरी ओर शिंदे की शिवसेना का बीजेपी को 88 प्रतिशत वोट मिला जबकि भाजपा को 89 प्रतिशत वोट शिंदे को ट्रांसफर हुआ।
चुनाव में मिलेगा RSS का साथ
बैठक में तय हुआ है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी अजित पवार की एनसीपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। इसके साथ ही दुष्प्रचार के खिलाफ भी साथ लड़ने की बात कही गई है। वहीं इस बार के चुनाव में आरएसएस की ओर से भी पूरी मदद का आश्वासन दिया गया है। इसके साथ ही फडणवीस ने संघ को बताया कि अजित पवार को पार्टी में लेने के पीछे कोई विशेष रणनीति तैयार की गई थी जोकि विधानसभा चुनाव में कारगर साबित होगी।
ये भी पढ़ेंः क्या NDA में शामिल होंगे राज ठाकरे? सीट शेयरिंग पर अजित पवार ने दिया बड़ा बयान