शिंदे गुट ने क्यों नहीं ठुकराया मंत्री पद? संजय राउत ने बताई सच्चाई, अजित पवार पर भी दिया बयान
Sanjay Raut Statement Modi Cabinet 3.0 (इंद्रजीत सिंह) : देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बन गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता की कमान संभाल ली। मोदी कैबिनेट 3.0 में शिंदे गुट की शिवसेना से सांसद प्रतापराव जाधव को राज्य मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, लेकिन अजित पवार की एनसीपी से किसी भी नेता को जगह नहीं मिली। इसे लेकर संजय राउत ने एकनाथ शिंदे और अजित पवार पर बड़ा बयान दिया है।
शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने कहा कि अजित पवार और एकनाथ शिंदे में से किसी के पास एक सीट है तो किसी के पास 7 सीट। ये सब लोग बिके हुए हैं। अगर एकनाथ शिंदे के पास सम्मान होता तो वह राज्य मंत्री के पद को ठुकरा देते, जैसे अजित पवार किया। मोदी कैबिनेट में महाराष्ट्र को कुछ नहीं मिला।
जानें अजित पवार पर क्या बोले संजय राउत
उन्होंने अजित पवार को लेकर कहा कि 150 करोड़ की प्रॉपर्टी क्लियर कर दी, अब और क्या चाहिए, मंत्री पद क्यों चाहिए। कुछ मागेंगे तो दोबारा प्रफुल्ल पटेल की प्रॉपर्टी जब्त हो जाएगी। आपको बता दें कि प्रफुल्ल पटेल एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता और राज्यसभा सांसद हैं। खबर आई थी कि अजित पवार को राज्य मंत्री का पद ऑफर हुआ था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
केंद्र में मोदी या बीजेपी की नहीं, NDA की सरकार है
संजय राउत ने आगे कहा कि केंद्र में सरकार एनडीए की है मोदी या बीजेपी की नहीं। कैबिनेट कितने दिन चलेगी, यह देखना होगा। हालत देख लगता है कि मामला डामाडोल है। इस खींचतान में देश का नुकसान है। उन्होंने रियासी आतंकी हमले पर कहा कि जब दिल्ली में शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था तब कश्मीर में आतंकी हमला हुआ था। लोकसभा चुनाव के दौरान अमित शाह ने कहा था कि कश्मीर शांत है। जम्मू कश्मीर और मणिपुर की चिंता नहीं है, इन्हें बस सरकार बनानी है, शेयर बाजार चलाना है और जनता का पैसा बर्बाद करना है।
मोदी 3.0 में राम का अपमान करने वाले को मिली जगह
उन्होंने आगे कहा कि जीतन राम मांझी ने राम का अपमान करते हुए उन्हें काल्पनिक बताया था, लेकिन मांझी को कैबिनेट में स्थान मिला। इससे बड़ा अपमान क्या होगा? संजय राउत ने कहा कि एनडीए सरकार को लेकर लोगों में उत्साह कहां है, क्या लोगों ने थालियां बजाईं? यह जबरदस्ती की सरकार है। सरकार पर लोगों का भरोसा नहीं है, क्योंकि ये जोड़तोड़ की सरकार है।