घाटकोपर में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अब तक 18 मौतें; बड़ा सवाल-इतने बड़े हादसे के लिए जिम्मेदार कौन?
Mumbai Hoarding Collapse Case: घाटकोपर हादसे के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि शहर में ऐसे कितने बैनर और होर्डिंग हैं? जो बिना परमिशन लगाए गए हैं। मुंबई में फिलहाल सिर्फ 1025 बैनर ऐसे हैं, जिनके लिए परमिशन ली गई है। इनमें 56 डिजिटल होर्डिंग हैं। 179 ऐसे होर्डिंग हैं, जो किसी न किसी सरकारी जमीन पर लगे हैं। आम तौर पर बीएमसी 40X 40 फुट के बैनर्स के लिए परमिशन देती है। लेकिन जो होर्डिंग घाटकोपर में लगाया गया था, वह 120x120 फुट का था।
घटना के बाद बीएमसी ने शहर के सभी होर्डिंग को स्ट्रक्चरल ऑडिट करने का नोटिस भेजा है। हादसे वाले स्थान पर खड़े अन्य तीन होर्डिंगों को ध्वस्त करने का फैसला भी लिया गया है। घाटकोपर में पेट्रोल पंप पर होर्डिंग गिरने की घटना को 45 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया है। अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, कई गाड़ियां दबी हैं, एक गाड़ी से दो लोगों को निकाला गया है।
बीएमसी के आंकड़े के मुताबिक दुर्घटना में 14 लोगों की जान गई है। लेकिन शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राऊत के मुताबिक मरने वालों की संख्या 18 पहुंच गई है। वहीं, बीएमसी कमिश्नर ने इसे अवैध होर्डिंग बताकर पल्ला झाड़ लिया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या सिर्फ बीएमसी अवैध होर्डिंग पर जुर्माना लगा सकती है? क्या बीएमसी को होर्डिग हटवाने या तोड़ने की पावर नहीं है। सोमवार शाम चार बजे के करीब मुंबई और आसपास के इलाके में अचानक मौसम बदला, तेज़ हवाओं के साथ बारिश शरू हुई। लोग इस बारिश से गर्मी में राहत की उम्मीद कर रहे थे कि घाटकोपर के पंत नगर इलाके में एक होर्डिंग पेट्रोल पंप पर गिर गया। जिसके गिरते ही चारों तरफ चीख पुकार मच गई। करीब 100 लोग इसके नीचे दब गए थे।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। सबसे पहले 49 साल के बशीर अहमद शेख को मृत घोषित किया गया। जो उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले थे और मुंबई में टैक्सी चलाते थे। हर दिन की तरह वे कल भी पैसेंजर लेकर ठाणे जा रहे थे। पेट्रोल पंप पर वे अपनी टैक्सी में सीएनजी भरवाने के लिए रुक गए। मृतक बशीर के भाई मजीद शेख ने बताया कि पंप पर उनकी पहचान का एक और टैक्सी ड्राइवर मिल गया। दोनों बातें कर रहे थे कि होर्डिंग गिर गया। दोनों नीचे दब गए। एक अन्य टैक्सी ड्राइवर ने तुरंत बशीर की पत्नी को फोन कर घटना की जानकारी दी। बशीर के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा एक बेटी भी है, जिसकी शादी नहीं हुई है।
हादसे के बाद मृतकों के परिजनों में हाहाकार
वहीं, सचिन यादव, जो उसी पेट्रोल पंप पर फ्यूल भरने का काम करते थे, इस हादसे में उनकी भी मौत हो गई। सचिन यादव के चाचा सुनील यादव के मुताबिक घटना के बाद उनके वाट्सएप पर पेट्रोल पंप पर गिरे होर्डिंग की तस्वीर आई थी। जिसके बाद हम लोगों को पता चला कि उनका भतीजा सचिन भी उसी पेट्रोल पंप पर काम करता है। वे लोग तुरंत मौके पर पहुंचे, उस वक़्त पुलिस ने चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दी थी। वे लोग अंदर नहीं जा सके। सचिन की ढाई साल पहले ही शादी हुई थी, एक 3 महीने की लड़की है, घर में वो अकेला कमाने वाला था। सचिन मूलरूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। जो मुंबई के कोलीवाड़ा इलाके में रहता था। बीएमसी कमिश्नर भूषण गगरानी के मुताबिक जमीन कलेक्टर की है और इसे पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन को दिया गया था। जहां पर जीआरपी के क्वार्टर हैं, हमने केस दर्ज किया है। सारे वार्ड ऑफिसर्स को आदेश दिया गया है कि वे अवैध बैनर्स के खिलाफ कार्रवाई करें। रेलवे ने साफ कर दिया है कि इस जमीन से कोई लेना-देना नहीं है।
बीएमसी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बीएमसी अधिकारियों पर ही गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। वहीं, शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राऊत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस इलाके में आज रोड शो कर रहे हैं। इससे पहले भाजपा नेताओं ने होर्डिंग के संचालक की फोटो उद्धव ठाकरे के साथ ट्वीट कर उन पर सवाल उठाया और कहा कि होर्डिंग के मालिक को मातोश्री का संरक्षण था। सीएम ने भी जांच के आदेश दिए हैं।