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Maharashtra Election: CM-डिप्टी सीएम से लेकर ठाकरे परिवार तक, दिग्गजों की सीटों पर कैसे हैं समीकरण?

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा की 288 सीटों पर वोटिंग होनी है। प्रदेश में 9.70 करोड़ मतदाता हैं, जो उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। दिग्गजों की सीटों पर समीकरण कैसे हैं? इसको लेकर विस्तार से बात करते हैं।
07:34 PM Nov 18, 2024 IST | Parmod chaudhary
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Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र चुनाव के लिए प्रचार सोमवार शाम को 6 बजे थम चुका है। अब 20 नवंबर को प्रदेश के 9.70 करोड़ वोटर प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस चुनाव में लोगों का ध्यान दिग्गजों की सीटों पर है। सियासी रण में सीएम, डिप्टी सीएम, पूर्व सीएम और दिग्गज नेता अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनकी सीटों पर समीकरण कैसे हैं, आइए जानते हैं? ठाणे जिले की कोपरी-पाचपाखाडी विधानसभा सीट हॉट बनी हुई है। 2009 में यहां से सीएम एकनाथ शिंदे जीते थे। इसके बाद वे कभी यहां से नहीं हारे। पहली बार शिंदे 2004 में पुणे सीट से जीते थे। 2014-19 में वे फडणवीस सरकार में मंत्री रहे थे।

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शिंदे के सामने गुरु के भतीजे

2019 में शिंदे ने यहां से 89000 से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के घाडिगांवकर पांडुरंग को हार का मुंह देखना पड़ा था। जिसके बाद शिंदे को महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार में मंत्री बनाया गया। जून 2022 में शिंदे ने बगावत की थी। इस बार यहां मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है। शिवसेना (यूबीटी) ने दिवंगत नेता आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे को शिंदे के सामने उतारा है। दिघे को शिंदे का गुरु माना जाता है।

नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट भी हॉट बनी हुई है। यहां से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मैदान में हैं। 1999 में पहली बार फडणवीस नागपुर पश्चिम से जीतकर विधायक बने थे। 2004 में भी यहीं से जीते। परिसीमन के बाद बनी नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से 2009 में चुनाव जीता था। 2014 में भी यहीं से जीते। जिसके बाद वे सीएम बने थे। 2019 के चुनाव में भी फडणवीस को इसी सीट से जीत मिली। फडणवीस ने कांग्रेस के डॉ. आशीष देशमुख को 49344 वोटों से हराया था। इस बार कांग्रेस ने उनके सामने प्रफुल्ल विनोद गुडाधे (पाटिल) को टिकट दिया है। 2014 में भी दोनों का मुकाबला हो चुका है। इस बार 12 कैंडिडेट इस सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस कितनी चुनौती फडणवीस को देती है?

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अजित पवार के सामने युगेंद्र

पुणे की बारामती सीट भी हॉट है। इस सीट से पूर्व सीएम शरद पवार जीत चुके हैं। पिछले सात चुनाव उनके भतीजे अजित पवार जीतते रहे हैं। 2019 में उन्होंने यहां से सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के गोपीचंद कुंडलिक पडलकर को 165265 वोटों से हराया था। अब वे चाचा से अलग हो चुके हैं। इस बार भी उन्होंने बारामती से लड़ने का ऐलान किया था। उनके सामने भतीजे युगेंद्र पवार हैं, जिनको एनसीपी (शरद गुट) ने टिकट दिया है। ऐसे में मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है।

इस बार ठाकरे परिवार के आदित्य और अमित ठाकरे भी मैदान में उतरे हैं। इस बार उद्धव ठाकरे खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वर्ली सीट से उन्होंने बेटे आदित्य पर भरोसा जताया है। आदित्य शिवसेना (UTB) की यूथ विंग के हेड हैं। पिछली बार भी वर्ली से जीते थे। उन्होंने बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी के सुरेश माने को 70 हजार वोटों से हराया था। महाविकास अघाड़ी की सरकार में वे मंत्री बने। इस बार उनको यहां से चुनौती मिल रही है। उनके सामने शिवसेना (शिंदे गुट) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को टिकट दिया है। आदित्य की राह में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने भी रोड़ा अटकाया है। यहां से राज ठाकरे के करीबी माने जाने वाले संदीप देशपांडे पार्टी के उम्मीदवार हैं। ऐसे में वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है।

राज ठाकरे के बेटे मैदान में

मध्य मुंबई की माहिम विधानसभा सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं। यहां से मनसे के टिकट पर राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे मैदान में हैं। वे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनके सामने उद्धव ठाकरे ने महेश सावंत को मैदान में उतारा है। बीजेपी का समर्थन अमित ठाकरे को है। जबकि महायुति की सहयोगी पार्टी शिवसेना (शिंदे) ने यहां से मौजूदा विधायक सदा सरवणकर पर भरोसा जताया है। जिसके बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

भंडारा जिले की साकोली सीट भी हॉट बनी हुई है। महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले यहां से मैदान में हैं। पटोले यहां से चार बार जीत दर्ज कर चुके हैं। पटोले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए थे। इसके बाद फिर जनवरी 2018 में कांग्रेस में चले गए। वे 2014 में भंडारा-गोंदिया सीट से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को हरा दिया था। वहीं, 2019 में उनको नागपुर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने हार का सामना करना पड़ा था। पिछले विधानसभा चुनाव में साकोली सीट से नाना नानाभाऊ फाल्गुनराव पटोले ने भाजपा के डॉ. परिणय फुके को 6240 वोटों से हरा दिया था। इस बार भाजपा ने उनके सामने अविनाश ब्राह्मणकर को उतारा है। जिसके बाद मुकाबला रोमांचक हो गया है।

पृथ्वीराज चव्हाण का क्या होगा?

सतारा जिले की दक्षिण कराड सीट पर कांटे का मुकाबला हो सकता है। इस सीट से 78 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण मैदान में हैं। वे पिछले दो विधानसभा चुनाव यहीं से जीते हैं। इस सीट पर अधिकतर कांग्रेस कैंडिडेट जीते हैं। पिछले चुनाव में चव्हाण ने बीजेपी के डॉ. अतुलबाबा भोसले को 9130 वोटों से हराया था। चव्हाण के सामने इस बार भी भोसले बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं। देखने वाली बात होगी कि चव्हाण हैट्रिक लगाएंगे या नहीं।

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