महायुति या महा विकास अघाड़ी... महाराष्ट्र चुनाव में गेम चेंजर साबित होंगी ये 31 सीटें
Maharashtra Assembly Election: (कुमार गौरव, नई दिल्ली) महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 है। लेकिन इस मैजिक नंबर को हासिल करने के लिए महायुति और एमवीए को खासकर 31 सीटों पर अपना दम दिखाना होगा। जहां पिछले चुनाव में जीत-हार का मार्जिन 5 हजार वोटों से कम रहा था। महाराष्ट्र में एक बार फिर कमल खिलेगा या उद्धव ठाकरे सरकार गिराने का बदला लेने में कामयाब रहेंगे? यह देखने वाली बात होगी। ऐसे में दोनों ही एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए जोर लगा रहे हैं। लेकिन मुकाबला किसी भी राजनीतिक दल के लिए आसान नहीं है।
महायुति की अगुआई करने वाली बीजेपी हरियाणा चुनाव में जीत के बाद उत्साहित है। महा विकास अघाड़ी लोकसभा चुनाव के नतीजों के बदौलत सत्ता में लौटने की उम्मीद कर रहा है। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन ने महाराष्ट्र में 31 सीटें जीती थीं। वोटों के आंकड़े को देखें तो महा विकास अघाड़ी को 158 विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली थी। दूसरी ओर महायुति को लोकसभा में 17 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
जीत में 33 सीटों का रहा फर्क
यह गठबंधन 125 विधानसभा सीटों पर आगे रहा था। जाहिर है दोनों गठबंधनों की बढ़त में 33 विधानसभा सीटों का फर्क था। सत्ता की चाबी इसी आंकड़े में छिपी है। बीजेपी प्रवक्ता केके शर्मा के अनुसार लोकसभा चुनाव में हार के बाद महायुति गठबंधन ने कई योजनाओं को सिरे चढ़ाया। बीजेपी माइक्रो मैनेजमेंट में जुट गई। महायुति के लिए मराठवाड़ा, पश्चिम महाराष्ट्र और मुंबई की सीटें चुनौती हैं। जहां महा विकास अघाड़ी ने लोकसभा चुनाव में लीड ली थी। पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो 288 विधानसभा सीटों में 31 ऐसी थीं, जहां जीत और हार का अंतर पांच हजार वोटों से कम रहा था।
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कांटे की टक्कर में महायुति ने 15 और महा विकास अघाड़ी ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2019 में जिन 31 सीटों पर कड़ा मुकाबला रहा, उनमें धुले, नेवासा, भोकरदान, पुसद और रामटेक शामिल हैं। हाडगांव, भोकर, नयागांव, डेगलर, मुखेड, उदगीर, अहमदपुर, शोलापुर सेंट्रल, शिरोल, कराड नॉर्थ और कराड साउथ में भी कांटे की टक्कर रही। संगोला, महाडी, पुणे कैंट, मावल, चेंबूर, चांदीवली, माजलगांव, भांडुप, मलाड वेस्ट, डिंदोसी, नासिक सेंट्रल, दहानु और धुले सिटी पर भी अंतर कम रहा। लोकसभा चुनाव के दौरान भी इन सीटों पर दोनों गठबंधनों के बीच जबरदस्त टक्कर हुई थी।
155 सीटों पर लड़ सकती है बीजेपी
वैसे तो लोकसभा और विधानसभा चुनाव में वोटिंग पैटर्न अलग-अलग होते हैं, लेकिन वोटों के आंकड़े आने वाले नतीजों का संकेत दे देते हैं। राजनीतिक विश्लेषक रवि तिवारी और राम नारायण श्रीवास्तव मानते हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक हालात बदल चुके हैं। पहले जहां दो गठबंधनों के चार दल आमने-सामने थे, लेकिन अब 6 दल आमने-सामने होंगे। सारा दारोमदार टिकट बंटवारे पर टिका है। महायुति में बीजेपी 155 से अधिक सीटों सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि शिवसेना (शिंदे) को 70 और अजित पवार को 50 सीटें मिल सकती हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या महायुति में वोट ट्रांसफर की है।
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