महाराष्ट्र चुनाव में क्यों हुआ डीजीपी पर बवाल? संजय राउत ने फिर की हटाने की मांग
Maharashtra News: महाराष्ट्र में डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। शिवसेना उद्धव ठाकरे के नेता संजय राऊत ने एक बार फिर से रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की है। राउत ने कहा कि राज्य की पुलिस महासंचालक रश्मि शुक्ला के बारे में बहुत ही गंभीर आरोप हैं। 2019 में जब हमारी सरकार बन रही थी तो यह डीजीपी सीधे-सीधे बीजेपी के लिए काम कर रही थीं। हमारे सभी नेताओं के फोन टैप कर रही थीं। हम क्या करने जा रहे हैं, उस बारे में देवेंद्र फडणवीस को पूरी जानकारी दे रही थीं।
राउत ने कहा कि मेरा फोन, शरद पवार, उद्धव ठाकरे और नाना पटोले का फोन टेप किया जा रहा था। ऐसे में इस तरह की डीजीपी से आप निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील कैसे कर सकते हैं। राउत ने कहा कि हमने यह बात कही है कि डीजीपी रश्मि शुक्ला के हाथ में चुनाव नहीं होना चाहिए। लेकिन चुनाव आयोग ने कहा कि उनका अधिकार नहीं है। ऐसा कैसे हो सकता है?
'झारखंड का डीजीपी बदल सकता महाराष्ट्र का नहीं'
शिवसेना नेता ने सवालिया अंदाज में कहा कि चुनाव आयोग झारखंड के डीजीपी को बदल सकता है। वह उनके अधिकार में है, लेकिन रश्मि शुक्ला को बदलना उनके अधिकार में नहीं है। ये कौन सा खेल चल रहा है? महाराष्ट्र का चुनाव पुलिसिया दबाव में हो रहा है और उसकी जिम्मेदार डीजीपी रश्मि शुक्ला हैं।
महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के सवाल पर राउत ने कहा कि ये सब बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। हमारे कार्यकर्ताओं को तड़ीपार किया जा रहा है। उनके ऊपर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं। ऐसे में राज्य पुलिस के डीजीपी से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं।
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चीन के साथ सीमा विवाद पर प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए राउत ने कहा कि पीएम का जो दावा होता है। उसके ऊपर विश्वास मत करिए। प्रधानमंत्री को पता है कि क्या हुआ है। अरुणाचल प्रदेश में क्या हुआ है? लेकिन पीएम हमेशा से देश से झूठ बोलते आए हैं। चीन घुस गया है। रास्ते और सड़क बनाए हैं उसने, ब्रिज बनाया है। एयरबेस बनाया है, लेकिन प्रधानमंत्री देश के सामने झूठ बोल रहे हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय एकता दिवस के दिन गुजरात के केवड़िया में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा था कि भारत अपनी जमीन के एक इंच पर भी समझौता नहीं करेगा।