महाराष्ट्र की 15वीं विधानसभा का स्पेशल सेशन शुरू, 3 दिन चलेगा और वर्क शेड्यूल भी आया सामने
Maharashtra Assembly Special Session: महाराष्ट्र की 15वीं विधानसभा का 3 दिवसीय स्पेशल सेशन आज से मुंबई में शुरू हो चुका है। प्रोटेम स्पीकर विधायक कालिदास कोलंबकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप-मुख्यमंत्री अजित पवार को विधायक पद की शपथ दिला चुके हैं। एक-एक करके सभी 288 विधायक शपथ ले रहे हैं। आज और कल विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी।
9 दिसंबर को राज्यपाल का अभिभाषण होगा और विधानसभा स्पीकर का चुनाव भी किया जाएगा। बीते दिन 6 दिसंबर को मुंबई के वडाला से 9 बार के विधायक कालिदास को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया। गवर्नर CP राधाकृष्णन ने उन्हें शपथ दिलाई थी। इसके अलावा नई विधानसभा के शीतकालीन सत्र की तारीखें भी तय हो गई हैं। यह सेशन नागपुर में 16 से 21 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र से पहले ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने का ऐलान कर चुके हैं।
स्पीकर के दावेदारों में 2 नाम?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष बनने वालों की रेस में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार हैं। सियासी गलियारों में चर्चा यह भी है कि राहुल नार्वेकर कैबिनेट मंत्री बनना चाहते हैं। इसलिए सुधीर मुनगंटीवार अध्यक्ष पद के मजबूत दावेदार हैं।
कब होगा मंत्रिमंडल का विस्तार?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द करने की बात कही थी। मंत्रिमंडल का विस्तार 11 या 12 दिसंबर को होने की उम्मीद है। चर्चा है कि अजित पवार NCP को वित्त विभाग मिल सकता है। गृह विभाग भाजपा के पास यानि मुख्यमंत्री फडणवीस के पास ही रहेगा, लेकिन एकनाथ शिंदे गृह विभाग मांग रहे हैं। ऐसे में तीनों दलों के बीच मंत्री पदों और विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा चल रही है।
महाराष्ट्र में फिर बनी महायुति की सरकार
बता दें कि 5 दिसंबर को महाराष्ट्र की नई सरकार बनी। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महायुति में शामिल अन्य दोनों दलों शिवसेना के अध्यक्ष एकनाथ शिंदे और NCP के अध्यक्ष अजीत पवार उप-मुख्यमंत्री बने। इससे पहले 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आए थे। भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को 235 सीटें मिलीं। इसमें 132 सीटें अकेले भाजपा ने जीती, इसलिए भाजपा का मुख्यमंत्री बनना तय था। शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 41 सीटें मिली। इन तीनों दलों ने मिलकर महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार बनाई है।