Maharashtra Election: उरण सीट पर शेकाप ने लड़ाई को बनाया दिलचस्प, MVA के भी दो उम्मीदवार आमने-सामने
Maharashtra Assembly Election 2024 (राहुल पाण्डेय, मुंबई) : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) में फ्रेंडली फाइट देखने को मिल रही है, जिसमें मुंबई और ठाणे की कई विधानसभा सीटें शामिल हैं। मुंबई और ठाणे के बाद रायगढ़ में भी जमकर चुनावी घमासान देखने को मिल रहा है। मावल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली उरण विधानसभा सीट चर्चा में है, क्योंकि इस सीट पर शेकाप (शेतकरी कामगार पक्ष) ने लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है। यहां से पार्टी ने प्रीतम महात्रे को उम्मीदवार बनाया है, जो शेकाप के युवा नेता हैं और क्षेत्र में अच्छी खासी पकड़ रखते हैं।
शेकाप पार्टी एमवीए का हिस्सा है। सीट शेयरिंग में पार्टी ने इस सीट पर दावा ठोंका था, क्योंकि साल 2009 में यहां से शेकाप पार्टी के विवेकानंद पाटिल विधायक बने थे, लेकिन यहां से उद्धव ठाकरे ने मनोहर भोईर को अपना उम्मीदवार बना दिया। हालांकि, शरद पवार ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि उरण विधानसभा सीट पर एमवीए के उम्मीदवार प्रीतम महात्रे हैं। इसके बावजूद उद्धव ठाकरे की शिवसेन ने उम्मीदवार उतार दिए। बताया जा रहा है कि इसकी वजह से क्षेत्र में कहीं न कहीं मतदाताओं में एमवीए के उम्मीदवार को लेकर कंफ्यूजन है।
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भाजपा ने महेश बाल्दी को बनाया प्रत्याशी
वहीं, भाजपा ने मौजूदा विधायक महेश बाल्दी को उम्मीदवार बनाया है। उरण सीट काफी अहम है, क्योंकि JNPT बंगरगाह के अलावा इंटरनेशन एयरपोर्ट भी इसी क्षेत्र में आते हैं, जो बड़ा चुनावी मुद्दा है। चुनाव की घोषणा से पहले ही सरकार ने एयरपोर्ट के रनवे पर ट्रायल लैंडिंग करवाई थी। इसे लेकर विपक्ष ने आरोप लगाया था कि चुनाव को ध्यान में रखकर ट्रायल लैंडिंग करवाई गई थी। इसके अलावा हाल ही में हुए यशश्री शिंदे हत्याकांड की गूंज भी प्रचार में सुनाई दे रही है।
शेकाप ने बीजेपी प्रत्याशी पर लगाया बड़ा आरोप
इस सीट पर अन्य कई मुद्दे हैं, जिसको लेकर विपक्ष हमलावर है। प्रीतम म्हात्रे का कहना है कि महेश बाल्दी का दावा है कि उन्होंने क्षेत्र में 6000 करोड़ रुपये का काम किया है। अगर उन्होंने काम किया है तो अपना घोषणा पत्र क्यों छिपा रहे हैं। सरकार होने के बावजूद क्षेत्र के युवाओं के लिए स्टेडियम तक नहीं बनवा पाए हैं। विधानसभा चुनाव क्षेत्र में स्थानीय और बाहरी का मुद्दा भी जोरशोर से उठाया जा रहा है। शेकाप का आरोप है कि महेश बाल्दी खुद बाहरी हैं और रोजगार में क्षेत्र की जनता को तवज्जो देने की बजाय दूसरे राज्य को प्राथमिकता दे रहे हैं।
साल 2009 में अस्तित्व में आई थी उरण सीट
साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद उरण विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर 2009 में विधानसभा चुनाव हुआ और शेकाप के उम्मीदवार ने जीत हासिल की। यहां से उन्हें तब 82 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। फिर 2014 के चुनाव में शिवसेना के मनोहर भोईर ने चुनाव जीता। पिछले चुनाव महेश बाल्दी निर्दलीय चुनाव जीते थे। इसके बाद उन्होंने भाजपा को अपना समर्थन दे दिया। 2019 में बाल्दी को 74549 वोट मिले थे, जबकि शिवसेना के मनोहर 68839 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर थे। शेकाप के विवेक पाटिल 61606 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे।
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तीन लाख से ज्यादा वोटर करेंगे फैसला
इस विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख से ज्यादा है। इस बार 70 हजार मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। अधिकतर वोटर्स ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। यह क्षेत्र मराठी बाहुल्य है।