'अगर पहले ऑफर देते तो पूरी पार्टी लेकर आता', अजित पवार के बयान से गरमाई सियासत
Maharashtra Politics : लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को महाराष्ट्र में भी झटका लगा। इस इलेक्शन में महा विकास अघाड़ी का पलड़ा भारी रहा। राज्य में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं, इसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। इस बीच एनसीपी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपने बयान से राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि अगर मुझे पहले ऑफर देते तो मैं पूरी पार्टी लेकर आता। अब सवाल उठता है कि उन्होंने यह कहकर अपना दुख प्रकट किया या अपनी सियासी मंशा जाहिर की? राज्य की सियासी गलियारों में उनके इस बयान की चर्चा हो रही है। सीएम एकनाथ शिंदे पर लिखी किताब 'योद्धा कर्मवीर' के विमोचन के दौरान उन्होंने यह बात कही।
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अजित पवार को लेकर हो रहीं चर्चाएं
आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे के शिवसेना से बगावत करने के बाद अजित पवार ने भी अपने चाचा शरद पवार से किनारा कर लिया था। एनसीपी के कई नेताओं के साथ वे महायुति सरकार में शामिल हो गए थे। इस दौरान उन्हें डिप्टी सीएम का पद मिला। ऐसे में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद चर्चा चली थी कि अजित पवार फिर घर वापसी कर सकते हैं यानी वे शरद पवार के पास जा सकते हैं।
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MVA ने तेज की चुनावी की तैयारी
मुंबई में महा विकास अघाड़ी (MVA) की बैठक हुई। इसके बाद कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि मीटिंग में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद गुट) के नेताओं ने शिरकत की थी, जहां कॉमन घोषणा पत्र, फॉर्मूले और भविष्य की कार्ययोजना पर मंथन हुआ। 16 अगस्त को एक रैली या बैठक होगी, जिसमें विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन की आधिकारिक घोषणा होगी।