'लावारिस कार में दो बच्चों की मौत'...सालों से बंद दरवाजे, मासूमों को निगलने के लिए खुले
Mumbai News: मुंबई के एन्टॉप हिल इलाके में लावारिस खड़ी कार में दो बच्चों की मौत होने का मामला सामने आया है। बच्चे बुधवार दोपहर डेढ़ बजे से लापता था। 5 और 7 साल के बच्चे लापता होने के बाद परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की थी। लेकिन बच्चों का कहीं पता नहीं लगा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस की टीम ने बच्चों की तलाश शुरू की थी। इसके बाद पुलिस को लावारिस कार में बच्चों के शव मिले। इस कार के डीलर राज पांडे ने कहा कि उनको यह कार 2017 में आगे बेचने के लिए मिली थी। लेकिन मरम्मत नहीं होने के कारण इस कार को बेचा नहीं जा सका। कार का मालिक कोई और है। उन्होंने कार से छुटकारा पाने के लिए एक स्क्रैप डीलर से दो माह पहले संपर्क किया था। लेकिन वे घंटों की कोशिश के बाद भी इसके दरवाजे नहीं खोल पाए थे।
दरवाजे लॉक हो गए, मासूमों को निगल गई मौत
स्क्रैप डीलर ने रमजान के बाद इसके दरवाजे खोलने की बात कही और चला गया। बच्चे दरवाजे कैसे खोल सके, उनको हैरानी है? कार के अंदर 5 साल की मुस्कान और 7 साल के साजिद शेख के शव मिले हैं। दोनों बच्चे खेल-खेल में कार में दाखिल हुए। बाद में दरवाजे लॉक हो गए। जिनको बच्चे खोल नहीं सके। दम घुटने से उनकी मौत हो गई। एन्टॉप हिल पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर भागवत गरांडे ने बताया कि घबराहट में बच्चों को कोई रास्ता नहीं सूझा। बच्चे लापता होने के बाद उनकी मां शायरा ने कई जगह तलाश किया था। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद शाम को बच्चों की तलाश शुरू की थी। रात को लगभग 10 बजे तक बच्चों का तलाश किया। लेकिन बाद में पुलिस का ध्यान एक लावारिस कार पर गया। जिसके शीशों पर धूल जमी थी।
पुलिस ने मोबाइल की रोशनी से देखा, तो बच्चों के शव पिछली सीट पर दिख गए। दरवाजा खोलने की कोशिश पुलिस ने की। लेकिन कड़ी मशक्कत के बाद दरवाजे खुल पाए। बच्चों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन दोनों को वहां मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद वीरवार रात को दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। लोगों ने कहा कि वे लंबे समय से इस कार को हटाने की मांग कर रहे थे। शायरा ने कहा कि अगर कार न होती, तो आज उसके बच्चे जिंदा होते। कार 2001 की मॉडल की है। पुलिस ने मामले में आकस्मिक मौत का केस दर्ज किया है।