Mumbai Billboard Collapse: हादसे का आरोपी गायब, फोन भी स्विच ऑफ, तलाश में जुटी मुंबई पुलिस
Mumbai Ghatkopar Accident Latest Updates: महाराष्ट्र के मुंबई में घाटकोपर इलाके में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। एक घायल की हालत नाजुक बनी हुई है। वहीं 70 से ज्यादा घायलों की इलाज चल रहा है, हालांकि उनकी हालत खतरे से बाहर है, लेकिन हादसे के बाद मुंबईवासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
वहीं पंतनगर पुलिस स्टेशन में एक्शन लेते हुए होर्डिंग लगाने वाली कंपनी एगो मीडिया के मालिक भावेश भिड़े के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है, लेकिन मुंबई पुलिस को भावेश भिड़े नहीं मिल रहा है। वह गायब है और उसका फोन भी बंद आ रहा है। पुलिस को शक है कि वह अंडरग्राउंड हो गया है। सोमवार रात मुलुंड में भावेश भिड़े के आवास की पुलिस ने तलाशी ली, लेकिन वह नहीं मिला। पुलिस ने कहा कि अधिकारियों ने उसका पता लगाने के लिए टीमें लगा दी हैं।
भावेश के खिलाफ IPC की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 338 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालकर गंभीर चोट पहुंचाना) और 337 (जल्दबाजी या लापरवाही से काम करके किसी अन्य व्यक्ति को चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि नगर निगम अधिकारियों ने बिलबोर्ड लगाने के लिए परमिशन नहीं दी थी। वह अवैध तरीके से लगाया गया था। ऐसे में अब भावेश के खिलाफ नगर निगम के द्वारा भी कार्रवाई की जाएगी।
NDRF की ओर से जारी किया गया बयान
मुंबई के घाटकोपर इलाके में हुए हादसे को लेकर NDRF ने बयान जारी किया है। NDRF के असिस्टेंट कमांडेंट निखिल मुदहोलकर ने बताया कि सर्च ऑपरेशन लगभग पूरा हो चुका है। 2 टीमें तलाशी अभियान में जुटी हैं और अब तक 88 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है। क्रेन डिप्लॉय की जा रही है, ताकि बैनर के गार्डर को उठाया जा सके। आशंका जताई जा रही है कि अभी भी कुछ लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। 15 घंटे में मलबे से 88 लोगों को बाहर निकाला गया है, जिनमें से 14 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है।
मुआवजे की घोषणा, हाई लेवल इन्क्वायरी के आदेश
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हादसास्थल का निरीक्षण करने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि लोगों को बचाना हमारी प्राथमिकता है। हादसे में जो लोग घायल हुए हैं, उनके इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। जिन लोगों की जान गई है, उनके परिवार को 5 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।
संबंधित अधिकारियों को मुंबई में लगे सभी होर्डिंग्स का ऑडिट करने का निर्देश देता हूं। मैंने खुद इस मामले में संज्ञान लिया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। जो होर्डिंग गिरने से हादसा हुआ है, वह भी अवैध तरीके से लगाया गया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि होर्डिंग लगाने वाली एगो मीडिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कंपनी के खिलाफ पहले भी हो चुकी कार्रवाई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, होर्डिंग लगाने वाली कंपनी के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। हादसे का कारण बना होर्डिंग एगो मीडिया ने अप्रैल 2022 में लगाया था। भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने गत 29 अप्रैल को इस होर्डिंग को लेकर BMC आयुक्त को लिखित शिकायत दी थी।
BMC ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जहां होर्डिंग लगा था, वह जमीन गृह विभाग, पुलिस हेड क्वार्टर, महाराष्ट्र राज्य पुलिसिंग हाउसिंग वेलफेयर कॉरपोरेशन के नाम रजिस्टर्ड है। BMC ने एक्शन लेते हुए एगो मीडिया पर 6.13 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था। साथ ही होर्डिंग को हटाने का आदेश भी दिया था, लेकिन कंपनी ने आदेश का उल्लंघन किया।
नतीजतन होर्डिंग ढह गया और 14 लोगों को जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी। नहीं हटाई जिसका अंजाम 4 लोगों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा है।
तेज हवाओं के कारण गिरा 100 फीट ऊंचा बिलबोर्ड
बता दें कि सोमवार शाम मुंबई में 20 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। घाटकोपर, बांद्रा, कुर्ला, धारावी, दादर, माहिम, मुलुंड, विक्रोली में बारिश भी हो रही थी। इस दौरान घाटाकोपर में चेड्डानगर जंक्शन पर पेट्रोल पंप के पास लगा 100 फट ऊंचा बिलबोर्ड ढह गया। बिलबोर्ड का वजन करीब 250 किलो था। NDRF की टीम ने पुलिस और लोगों के साथ मिलकर बचाव अभियान चलाया।