मुंबई एयरपोर्ट पर 9.95 करोड़ का सोना जब्त, DRI ने 3 कर्मियों समेत 6 तस्कर पकड़े; ऐसे चलता था नेटवर्क
Mumbai Crime News: मुंबई एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी में शामिल गिरोह के खिलाफ राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने बड़ी कार्रवाई की है। इस गिरोह में एयरपोर्ट के फूड कोर्ट में कार्यरत 3 कर्मचारी भी शामिल थे। ये कर्मचारी एयरपोर्ट के भीतर तस्करों से सोना ले लेते थे। इसके बाद इस सोने को बाहर लाकर आसानी से दूसरे लोगों को सौंप देते थे। डीआरआई को इनके खिलाफ खुफिया जानकारी मिली थी। अधिकारियों ने इन कर्मचारियों के ऊपर नजर रखनी शुरू कर दी। जिसके बाद सोने की दो खेप एयरपोर्ट से बाहर ले जाते समय पकड़ी गईं। डीआरआई की टीम ने सोना पहुंचाने वाले 3 कर्मचारियों और 3 रिसीवरों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। यह सोना 8 थैलियों में छिपाकर लाया गया था। 24 अंडाकार सोने की गेंदें मोम की थैलियों में छिपाई गई थीं।
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इसके बाद अधिकारियों ने इसे तोला तो इसका वजन 12.5KG मिला। जिसकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत लगभग 9.95 करोड़ रुपये आंकी गई है। मामले में सीमा शुल्क अधिनियम 1962 के तहत केस दर्ज किया गया है। पिछले दो दिन में डीआरआई मुंबई ने लगभग 36 किलोग्राम सोना जब्त किया है। जिसे तस्करी के जरिए लाया गया था। एक दिन पहले ही डीआरआई ने 19.6 करोड़ का सोना जब्त किया था। एजेंसी के हाथों रैकेट का मास्टरमाइंड भी चढ़ चुका है। आरोपी लंबे समय से विदेश से सोना-चांदी की तस्करी में लिप्त था। उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस रेड कर रही है।
The Directorate of Revenue Intelligence (DRI) Mumbai uncovered a gold smuggling syndicate involving airport staff. Acting on intelligence, DRI intercepted two consignments at the airport, recovering 12.5 kg of gold worth ₹9.95 crore. Six individuals, including three airport… pic.twitter.com/5ebLJSjLJW
— Mid Day (@mid_day) December 11, 2024
इन तरीकों से होती है तस्करी
मुंबई डीआरआई की टीम को तलाशी के दौरान सोने की कई बार मिली थीं। गिरोह के सरगना से 5.40 लाख रुपये कैश भी मिला था। उसे मौके पर ही अरेस्ट कर लिया गया था। बता दें कि सोने की तस्करी के लिए तस्कर कमर्शियल और इनडिविजुअल तरीके अपनाते हैं। कमर्शियल स्मगलिंग को पकड़ना आसान नहीं है। यह तस्करी बड़े गिरोह द्वारा की जाती है। जो एयरपोर्ट या समुद्र के जरिए होती है। एक बार अगर कस्टम जांच से कोई निकल गया तो उसे पकड़ना आसान नहीं होता।
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वहीं, इनडिविजुअल स्मगलिंग में 1-2 लोग ही शामिल होते हैं। इनको पकड़ना आसान होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 75 फीसदी गोल्ड की तस्करी UAE से होती है। देश की पूर्वी सीमा पर भी कई तस्कर गिरोह सक्रिय हैं। इनमें अधिकतर तस्कर सूडान के हैं। मुंबई, पुणे, दिल्ली और पटना में कई सूडानी तस्कर अरेस्ट भी किए गए हैं।