'नहीं बख्शे जाएंगे अपराधी, मददगार', कोलकाता कांड पर पीएम मोदी का बड़ा बयान, 5 पॉइंट में जानें सबकुछ
PM Modi In Jalgaon : पूरे देश में कोलकाता कांड और बदलापुर केस को लेकर आक्रोश व्याप्त है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पहली बार बयान दिया। उन्होंने महाराष्ट्र के जलगांव में लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वे हर राजनीतिक पार्टियों और राज्य सरकार से कहना चाहते हैं कि महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य हैं। आइए जानते हैं कि पीएम मोदी के संबोधन की 5 बड़ी बातें।
पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन की 5 बड़ी बातें
1. देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध अक्षम्य हैं। हैसियत चाहे जो भी हो, अपराधियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। जो लोग उनकी मदद करते हैं, उन्हें भी नहीं बख्शा जाना चाहिए। उनकी सरकार महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए सख्त कानून बना रही है।
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2. पहले देश की करोड़ों बहनों के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं होती थी। अगर उन्हें बैंक से लोन लेना होता था तो उनको मिल ही नहीं सकता था। वो कोई भी छोटा-मोटा काम करना चाहे तो चाहकर भी नहीं कर पाती थीं। उन्होंने तय किया है कि कुछ भी हो जाए, देश की माताओं, बहनों और बेटियों की हर मुश्किल को कम करेंगे।
#WATCH | Maharashtra: Visuals of Prime Minister Narendra Modi at the Lakhpati Didi Sammelan in Jalgaon, earlier today.
Maharashtra CM Eknath Shinde, Deputy CMs Devendra Fadnavis and Ajit Pawar were also present.
(Source: DD News) pic.twitter.com/jubimS49lW
— ANI (@ANI) August 25, 2024
3. पिछले एक दशक में 10 करोड़ महिलाएं सखी मंडलों (SHG) से जुड़ी हैं। उन्हें बैंकों से भी जोड़ा गया। 2014 तक सखी मंडलों को 25,000 करोड़ रुपये से भी कम बैंक लोन दिए गए थे। वहीं, पिछले 10 सालों में करीब 9 लाख करोड़ रुपये की सहायता दी गई है।
4. पिछले 10 वर्षों में एक करोड़ लखपति दीदी बनीं और बीते सिर्फ दो महीने में 11 लाख और लखपति दीदी उसमें जुड़ गईं। लखपति दीदी बनाने का ये अभियान, सिर्फ बहनों-बेटियों की कमाई बढ़ाने का ही अभियान नहीं है। ये पूरे परिवार को, आने वाली पीढ़ियों को सशक्त करने का एक महा-अभियान है।
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5. महाराष्ट्र के संस्कारों को यहां के वीर और धीर माताओं ने सृजित किया है। यहां की मातृशक्ति ने पूरे देश को प्रेरित किया है। महाराष्ट्र का कोई भी कोना हो, इतिहास का कोई भी कालखंड हो, मातृशक्ति का योगदान अप्रतिम रहा है।