'मीडिया ट्रायल में घमंडी अफसर की बनी छवि', पूजा खेडकर ने पुणे कलेक्टर पर लगाए बड़े आरोप
Pooja Khedkar Letter : बर्खास्त ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर का एक और नया मामला सामने आया है। नौकरी जाने से पहले उन्होंने महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव को एक पत्र लिया था, जिसमें पुणे कलेक्टर के खिलाफ बड़े आरोप लगाए थे। साथ ही पूजा खेडकर ने प्रशिक्षण के दौरान की स्थिति को स्पष्ट करने की कोशिश की थी। इस वक्त पूजा खेडकर और उनके परिजन जांच का सामने कर रहे हैं।
पुणे के कलेक्टर सुहास दिवासे ने 8 अगस्त को पूजा खेडकर का ट्रांसफर वाशिम जिले में कर दिया था। इसके तीन दिन के बाद पूजा ने 11 अगस्त को एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नितिन गद्रे को एक पत्र लिखा था, जोकि अब सामने आया है। उन्होंने इस पत्र के जरिए कलेक्टर सुहास दिवासे पर अपमानित करने का आरोप लगाया था।
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अपमानित करने का लगाया आरोप
पूजा खेडकर ने पत्र में लिखा कि ट्रेनिंग के पहले दिन ही पुणे कलेक्शन ने उनका अपमान किया था। मीडिया ट्रायल में उनकी छवि घमंडी अफसर की बन गई, जिससे उन्हें मानसिक आघात पहुंचा और वह काफी परेशान रहीं। पूजा ने सीनियर अफसर के केबिन पर कब्जा करने के आरोप पर कहा कि एडिशनल कलेक्शन अजय मोरे ने खुद उन्हें अपना दफ्तर दिया था।
पूजा खेडकर ने दफ्तर पर कब्जा करने पर दी सफाई
पूजा खेडकर ने आगे कहा कि जब कलेक्टर सुहास दिवासे को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने नाराजगी जताई। फिर उन्होंने तहसीलदार को बुलाया और उनका सामान दफ्तर से हटाने को कहा। इस दौरान कलेक्टर ने उनकी बात नहीं सुनी। इसे लेकर कलेक्टर ने कहा कि उनके द्वारा लगाए गए आरोप निराधार और गलत हैं।
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पूजा ने कलेक्टर से मांगी थी माफी
पूजा ने पत्र में आगे लिखा कि दफ्तर मामले को लेकर कलेक्टर ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी से उनकी शिकायत कर दी। इसके दूसरे दिन उन्होंने सुहास दिवासे से मिलने की कोशिश की, लेकिन वे काफी बिजी थे। इसके बाद उसने मैसेज करके कलेक्टर से माफी मांगी और कहा- वे उनके बैठने के लिए जो फैसला करेंगे, वह स्वीकार होगा। पूर्व ट्रेनी आईएएस अधिकारी ने कहा कि उसे लगा कि मामला खत्म हो गया, लेकिन उन्होंने शिकायत कर दी।