चोर-बदमाशों की सरकार...जनता ने लात मारकर नकारा...संजय राउत ने शिंदे सरकार को पानी पी-पीकर क्यों कोसा?
Sanjay Raut Slams Cm Eknath Shinde: लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को झटका देने वाले राज्यों में महाराष्ट्र भी शामिल था। महाराष्ट्र में इस साल के आखिर तक विधानसभा चुनाव भी होने हैं। इस बीच आज शिंदे सरकार के दो साल भी पूरे हो गए। ऐसे में चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। महायुति गठबंधन की दूसरी वर्षगाठ पर आज के अखबार सरकार की उपलब्धियों के विज्ञापनों से अटे पड़े हैं। इन्हीं विज्ञापनों पर निशाना साधते हुए शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा मैंने आज विज्ञापन देखा और विज्ञापन से पता चला कि चोरों और बदमाशों की सरकार ने महाराष्ट्र में 2 साल पूरे कर लिए हैं।
संजय राउत ने आगे कहा कि ये दो साल धोखाधड़ी के दो साल हैं, एक बेईमान संविधान विरोधी सरकार बनी। नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने उस असंवैधानिक सरकार को ताकत दी। तटस्थ रहने वाले विधानसभा अध्यक्ष ने पक्षपातपूर्ण निर्णय देकर इस सरकार को बचाया। राज्यपाल ने असंवैधानिक बहुमत परीक्षण का आदेश दिया। इन सभी ने इस सरकार को बनाने में अवैध और असंवैधानिक कार्य किया और इस अवैध सरकार का जन्म हुआ और कानूनी रूप से बरकरार रखा गया।
धोखेबाज सरकार के पास जीने के 2-3 महीने
महाराष्ट्र राज्य की छत्रछाया में बैठी धोखेबाज सरकार के पास जीने के लिए दो या तीन महीने हैं। लोकसभा चुनाव में जनता ने इस सरकार को लात मारकर नकार दिया। विधानसभा चुनाव में भी यह सरकार हारेगी। राउत ने आगे कहा कि दुनिया शिंदे के कहे अनुसार नहीं चलती, क्या चोर और लुटेरे कभी बढ़ते हैं? अगर आपमें हिम्मत है तो आपको अपनी पार्टी बनानी चाहिए थी और अपने सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहिए था। लोकसभा चुनाव में शिंदे के लोग जहां भी खड़े हुए वहां लाखों रुपये देकर वोट खरीदे गए। यह विद्रोह पैसे का और बेईमानी का विद्रोह था।
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धोखे से वोट खरीदने का प्रयास है
वहीं महाराष्ट्र के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने कहा यह लोगों को धोखा देने और उनके पैसे से वोट खरीदने का प्रयास है। लोकसभा चुनाव में लोगों को सीधे पैसा देकर वोट खरीदने का प्रयास है, इस विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के पैसे से वोट खरीदने का सीधा प्रयास रिश्वतखोरी है। देवेन्द्र फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति पर ध्यान दें।
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