अजित पवार ने पत्नी सुनेत्रा को राज्यसभा भेजकर एक तीर से साधे कई निशाने, केंद्रीय कैबिनेट वाला फाॅर्मूला भी समझ में आ गया
Sunetra Pawar Nominate Rajya Sabha Candidate NCP: महाराष्ट्र एनडीए में चल रही सियासी सिर फुटव्वल के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार की पत्नी सुनेत्र पवार आज राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। आज नामांकन करने का आखिरी दिन है। यह सीट प्रफुल्ल पटेल के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। ऐसे में उनकी जीत तय मानी जा रही है।
बता दें कि सुनेत्रा पवार ने लोकसभा चुनाव 2024 में बारामती सीट से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें ननद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले 1 लाख से अधिक मतों से पराजित किया था। इस बीच खबर है कि अजित पवार के इस फैसले से पार्टी के नेता छगन भुजबल नाराज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वे राज्यसभा जाना चाहते थे लेकिन वे दुखी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है। मैं स्वयं इससे जुड़ी बैठक में शामिल हुआ था। उनसे पूछा गया कि क्या हारे हुए कैंडिडेट की बैकडोर एंट्री करवाई जा रही है तो उन्होंने कहा कि हम पार्टी के फैसले को स्वीकार करते हैं।
सुनील तटकरे मंत्री बनने काे तैयार थे
बता दें कि एनसीपी में इन दिनों कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। पहले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 4 सीटों पर एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन पार्टी को एक सीट से ही संतोष करना पड़ा। इसके बाद बारी आई केंद्रीय मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी की तो पार्टी ने बीजेपी से कैबिनेट मंत्री का पद मांगा और चेहरा सामने रखा प्रफुल्ल पटेल का। ऐसे में बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री का पद देने से इंकार कर राज्य मंत्री का पद ऑफर किया। पार्टी के एकमात्र सांसद सुनील तटकरे इस पद के लिए राजी हो गए लेकिन प्रफुल्ल पटेल ने उनको रोक दिया। सुनील तटकरे ने कहा कि पार्टी का एकमात्र सांसद होने के नाते मुझे मंत्री बनाया जाना चाहिए लेकिन पार्टी का निर्णय मुझे स्वीकार है।
ऐसे में आइये जानते हैं सुनेत्रा को राज्यसभा भेजकर अजित पवार क्या हासिल करना चाहते हैं?
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले 2 साल बड़े ही उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं। उद्धव ठाकरे का इस्तीफा, एकनाथ शिंदे का भाजपा के समर्थन से सीएम बनना, इसके बाद एनसीपी और शिवसेना का दो फाड़ होना। इतना ही नहीं इन सबके बाद रही-सही कसर पूरी कर दी चुनाव आयोग ने। चुनाव आयोग ने पार्टी संविधान को ध्यान में रखकर दोनों ही दलों के मूल चुनाव चिन्ह बगावती गुट अजित पवार और एकनाथ शिंदे को सौंप दिये।
पार्टी में नंबर 2 बन जाएगी सुनेत्रा
महाराष्ट्र के राजनीतिक जानकारों की मानें तो अजित पवार पत्नी को राज्यसभा भेजकर मोरल एडवांटेज लेना चाहते हैं क्योंकि अजित पवार के बाद पार्टी में नंबर 2 के नेता की कमी भी पूरी हो जाएगी। संयुक्त एनसीपी में रहकर अजित पवार कभी नंबर 2 की पोजिशन में नहीं आ सके। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले हमेशा से ही पार्टी में नंबर 2 रही और जब विरासत सौंपने का समय आया तो शरद भतीजे अजित की जगह बेटी सुप्रिया को कमान सौंप देते हैं। इसके बाद पार्टी में जो कुछ हुआ वो हम सभी के सामने है। कुल मिलाकर अजित पत्नी सुनेत्रा को पार्टी में नंबर 2 पर लाना चाहते हैं।
प्रफुल्ल के नाम पर कतरा रही बीजेपी
कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी को प्रफुल्ल पटेल की दागदार छवि के कारण परेशानी है। प्रफुल्ल पटेल पर यूपीए सरकार में मंत्री रहने के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। ऐसे में लग रहा है कि बीजेपी उनको लेकर असहज थी। ऐसे में अब अजित पत्नी सुनेत्रा को राज्यसभा भेजकर कैबिनेट में एंट्री करवाना चाहते हैं। हालांकि इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है।
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