QR कोड से पता चलेगा बीज असली है या नकली, पंजाब सरकार की इस तकनीक से किसानों को बड़ा फायदा
QR Code System In Punjab: पंजाब की भगवंत मान सरकार प्रदेश के विकास के साथ-साथ राज्य के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का भी काम कर रही है। इसी के तहत किसानों को क्वालिटी वाले बीज उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से एक नई पहल करते हुए पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने एक क्यूआर कोड प्रणाली शुरू की, जिससे नकली बीजों के बाजार को खत्म करने और बीज आपूर्ति श्रृंखला की अखंडता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
इस कदम से राज्य के किसानों को बीजों की गुणवत्ता, स्रोत और प्रमाणीकरण को आसानी से निर्धारित करने में मदद मिलेगी ताकि उन्हें केवल सर्वोत्तम कृषि इनपुट ही प्राप्त हो। इससे किसानों को नकली बीजों से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकेगा। इस तकनीक से उन्हें काफी फायदा होगा।
अपने कार्यालय में क्यूआर कोड प्रणाली का शुभारंभ करने के बाद, गुरमीत सिंह खुडियां ने कहा कि यह प्रणाली एक मजबूत गुणवत्ता आश्वासन तंत्र प्रदान करेगी और उत्पादन श्रृंखला के दौरान बीजों के स्रोत का पता लगाएगी।
क्यूआर कोड कैसे करेगा काम
यह प्रणाली किसानों को बीज के बैग पर क्यूआर कोड टैग को स्कैन करके बीजों के बारे में सभी विवरण प्राप्त करने में सक्षम बनाएगी। उन्होंने कहा कि क्यूआर कोड को स्कैन करके, बीजों का सत्यापन किया जा सकता है और बीज उत्पादकों के बारे में व्यापक जानकारी प्राप्त की जा सकती है, जिसमें निरीक्षण रिपोर्ट और प्रयोगशाला परीक्षण परिणामों के बारे में विवरण शामिल हैं।
उन्होंने आगे बताया कि वैध प्रमाणीकरण वाले बीज लाइसेंसधारी डीलरों द्वारा किसानों को बेचे जाएंगे, जिससे बीज आपूर्ति की अखंडता सुनिश्चित होगी। खुदियां ने कहा कि पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार कृषि क्षेत्र के सामने आने वाली चुनौतियों और समस्याओं को दूर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। यह क्यूआर कोड प्रणाली विशेष रूप से बीज उत्पादन, गुणवत्ता वाले बीज की पहचान और बीज प्रमाणीकरण (Seed Certification) से संबंधित मुद्दों से निपटने के लिए डिजाइन की गई है।
कृषि मंत्री को अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने अवगत कराया कि पंजाब राज्य बीज प्रमाणीकरण प्राधिकरण, साथी (Seed Traceability, Authentication And Holistic Inventory) पोर्टल को लागू करने वाला देश का पहला संगठन है, जिसे पंजाब में 17 जनवरी, 2023 को लॉन्च किया गया था। राज्य में उत्पादित सभी बीजों को "साथी" पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्टर्ड किया जाता है, जिसमें निरीक्षण से लेकर पैकिंग तक की सभी प्रक्रियाएं इस ऑनलाइन सिस्टम के जरिए मैनेज की जाती हैं।
उन्होंने आगे बताया कि पंजाब राज्य बीज प्रमाणीकरण प्राधिकरण (Seed Certification Authority) लगातार 7वें सीजन के बीज उत्पादक फसलों को ऑनलाइन रजिस्टर्ड कर रहा है। वर्तमान में, पोर्टल पर 360 बीज उत्पादक एजेंसियों, 341 बीज प्रसंस्करण संयंत्रों और तीन टेस्टिंग लेबोरेटरीज सहित 10, 669 बीज उत्पादकों की जानकारी अपडेट की गई है।
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