16 चुनावों में से 10 बार मिली जीत, क्या 2024 में ढह जाएगा कांग्रेस का अभेद्य किला?
Preneet Kaur Patiala Lok Sabha Seat: लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर 14 मार्च को बीजेपी में शामिल हो गईं। वह इस समय पटियाला से सांसद हैं। उन्होंने पंजाब प्रभारी व गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुनील झाखड़ भी मौजूद रहे। परनीत के बीजेपी में जाने से अब कांग्रेस के लिए अपने इस अभेद्य किले को बचाने की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। आइए, इस पर विस्तार से जानते हैं...
16 बार हुए चुनाव में 10 बार मिली जीत
पटियाला में कांग्रेस हमेशा से मजबूत रही है। यहां 16 बार हुए चुनाव में कांग्रेस को 10 बार जीत मिली है। पटियाला की सियासत पिछले 50 सालों से कैप्टन अमरिंदर सिंह के निवास मोती महल के इर्द-गिर्द घूमती रही है। छह बार यहां से कैप्टन के परिवार का सदस्य जीता है।
पटियाला सीट पर 1967 में हुई कैप्टन के परिवार की एंट्री
पटियाल सीट पर हमेशा से कैप्टन के परिवार यानी शाही घराने का दबदबा रहा। इस सीट पर 1967 में पहली बार कैप्टन की मां मोहिंदर कौर को कांग्रेस के टिकट पर जीत मिली थी। इसके बाद 1977 में कैप्टन अमरिंदर इस सीट से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें अकाली दल के गुरचरण टोहरा से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इसके बाद 1980 में जब फिर से चुनाव हुए तो अमरिंदर की जीत हुई।
चार बार से सांसद हैं परनीत कौर
परनीत कौर पटियाला सीट से 1999 में पहली बार सांसद चुनी गईं। इसके बाद वे 2019 तक 4 चुनाव जीत चुकी हैं। उन्हें सिर्फ 2014 में आम आदमी पार्टी के धरमवीर गांधी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस बार माना जा रहा है कि पटियाला से बीजेपी उन्हें उम्मीदवार बना सकती है। यह पिछले 30 साल में पहला मौका होगा, जब बीजेपी का कोई उम्मीदवार पटियाला से चुनाव लड़ेगा।
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कांग्रेस ने पिछले साल परनीत कौर को किया था निलंबित
कांग्रेस ने परनीत कौर को तीन फरवरी 2023 को पार्टी से निलंबित कर दिया था। यह कदम कैप्टन अमरिंदर के बीजेपी में शामिल होने के बाद उठाया गया। अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस छोड़ने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस का गठन किया था, जिसका बाद में बीजेपी में विलय कर दिया गया।
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