पंजाब में लगाए जाएंगे 2356 एग्रीकल्चरल सोलर पंप; ये 3 कंपनियां 4 महीने में पूरा करेंगी काम
Punjab Cabinet Minister Aman Arora: पंजाब की भगवंत मान सरकार द्वारा लगातार प्रदेश के विकास के लिए काम किया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार प्रदेश को देश का नंबर राज्य बनाने का भी काम कर रहे है। इसी के तहत राज्य में कृषि क्षेत्र को हरित बनाने के लिए सोलर एनर्जी को बढ़ावा दिया है। इसके लिए पंजाब सरकार द्वारा राज्य में 2,356 सोलर पंप स्थापित किए जाएंगे, ये समर्पित सोलर पंप पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (PEDA) कृषि प्रयोजनों के लिए करेगी। इस बात की जानकारी की पंजाब के नई एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा ने दी है।
Punjab sets a benchmark for #SustainableFarming under CM @BhagwantMann’s leadership!
✅ 2,356 solar pumps to be installed in 4 months via PEDA.
✅ Subsidies: 60% for general farmers & 80% for SC farmers.
✅ Promoting zero carbon emissions, cost savings, and efficient day-time… pic.twitter.com/WPV2kXhQ7j— AAP Punjab (@AAPPunjab) December 7, 2024
2,356 सौर पंपों की स्थापना
कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि राज्य में कृषि उपयोग के लिए 2,356 सौर पंपों की स्थापना की जाएगी। इस काम के लिए राज्य सरकार ने मैसर्स एवीआई एप्लाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स पीवी पावर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स हिमालयन सोलर प्राइवेट लिमिटेड को कार्य आदेश सौंपे हैं।
4 महीने में काम पूरा करेंगी ये 3 कंपनियां
मंत्री अमन अरोड़ा ने बताया कि इन कंपनियों का सिलेक्शन पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के जरिए से किया गया है। इन पंपों की स्थापना 4 महीने के अंदर पूरी होने की उम्मीद है। 3, 5, 7.5 और 10 एचपी क्षमता वाले सोलर पंपों के लिए नॉर्मल कैटेगिरी के किसानों को 60 प्रतिशत और अनुसूचित जाति (SC) के किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध है। उन्होंने आगे कहा कि डार्क जोन वाले इलाकों में ये पंप उन किसानों के लिए स्थापित किए जाएंगे जिनके बोरवेल पर पहले से ही सूक्ष्म सिंचाई प्रणालियां, जैसे ड्रिप या स्प्रिंकलर प्रणाली स्थापित हैं।
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किसानों को मिलेगी सहुलियत
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इन सोलर पंपों की स्थापना से किसानों को अब सिंचाई के लिए रात में अपने खेतों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि ये पंप दिन में काम करते हैं। इससे न केवल ईंधन की लागत कम होगी, बल्कि कार्बन उत्सर्जन भी 0 प्रतिशत होगा, जिससे अधिक टिकाऊ खेती को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही अमन अरोड़ा ने पेडा अधिकारियों को किसानों के कल्याण के लिए अधिक कृषि सौर पंप स्थापित करने की दिशा में समर्पित प्रयास शुरू करने के निर्देश भी दिए।