पंजाब को मिली स्वास्थ्य सुविधाओं की सौगात, आधुनिक तकनीकों से लैस नए इंस्टीट्यूट का हुआ उद्घाटन
Punjab: पंजाब सरकार राज्य में स्वास्थय सुविधाओं को बेहतर बनाने की जद्दोजहद में लगी है। साल 2022 में सरकार ने उच्च स्वास्थ्य संस्थान स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। जो अब पूरा हो चुका है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान ने मोहाली में 'पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज' (Punjab Institute of Liver and Biliary Sciences) का उद्घाटन किया है। जिसमें ओपीडी से लेकर लिवर तक का इलाज किया जाएगा।
पंजाब सरकार ने 2022 के बजट में 'पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज' बनाने का ऐलान किया था। वहीं अब यह स्वास्थ्य केंद्र बनकर तैयार है और मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान ने इसे पंजाब की जनता को समर्पित कर दिया है। कई आधुनिक सुविधाओं से लेस इस इंस्टीट्यूट को बनवाने का मकसद राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना है। यह पंजाब का पहला अस्पताल होगा जिसमें एंडोस्कोपी, फाइब्रोस्कोपी और एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड जैसी आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।
क्या होंगी सुविधाएं
मोहाली में बने 'पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज' में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचों का इस्तेमाल किया गया है। इस इंस्टीट्यूट में टेली मेडीसन की सुविधा भी मौजूद है। साथ ही इसे हेपेटोलॉजी में ट्रेनिंग और रिसर्च के लिए मॉर्डन तकनीक से लेस किया गया है। इस इंस्टीट्यूट में इंडोर और इमरजेंसी सेवाएं भी दी जाएंगी। साथ ही यहां विशेष रूप से लिवर का इलाज होगा। दरअसल देश में लिवर के कई मरीज हैं। ऐसे में पंजाब सरकार इस इंस्टीट्यूट के माध्यम से राज्य को स्वास्थ्य सुविधाओं का केंद्र बनाना चाहती है।
इंस्टीट्यूट का स्टाफ
40 करोड़ की लागत में बना 'पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज' में डॉक्टर, नर्स और ग्रुप डी कर्मचारियों सहित 450 लोगों का स्टाफ मौजूद रहेगा। ऐसे में 80 डॉक्टर्स, 150 नर्स और 200 ग्रुप डी कर्मचारियों को इंस्टीट्यूट में नियुक्त किया जाएगा। वहीं डायरेक्टर के रूप में प्रोफेसर वरिंदर सिंह का नाम सामने आया है। बता दें कि, वरिंदर सिंह चंडीगढ़ में स्थित हेपेटोलॉजी पीजीआई के पूर्व प्रोफेसर और प्रमुख रह चुके हैं। वहीं अब वरिंदर सिंह पंजाब के इस नए इंस्टीट्यूट को लीड करेंगे।
स्टेट हैडक्वार्टर और जोनल ऑफिस
'पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज' के अलावा मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान ने 'फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन' के स्टेट हेडक्वार्टर का भी वर्चुअल उद्घाटन किया है। स्टेट हैडक्वार्टर को बनाने में कुल 2.63 करोड़ की लागत आई है। इसके अलावा सीएम ने चार जोनल दफ्तरों का भी वर्चुअल अनावण किया है। यह जोनल ऑफिस पंजाब के जालंधर, गुरदासपुर, बठिंडा और फिरोजपुर में बनाए गए हैं। जिनकी कुल कीमत 2.78 करोड़ रुपए है। हालांकि इनके अलावा भी पंजाब सरकार कई शहरों में जोनल दफ्तर का निर्माण करवाने में जुटी है। जो कि लुधियाना, पटियाला, होशियारपुर और अमृतसर में स्थित होंगे।
जिला दफ्तरों का निर्माण
हैडक्वार्टर और जोनल ऑफिस के अलावा पंजाब के फजिल्का, मोगा, मानसा और श्री मुक्तेश्वर साहिब में भी जिला दफ्तरों का निर्माण किया जा रहा है। इन दफ्तरों को बनवाने में 34.66 करोड़ रुपये की लागत आई है। वहीं 'पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज' की तरह 'फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन' के सभी जोनल ऑफिस और जिला दफ्तर भी आधुनिक सुविधाओं से लेस रहेंगे।
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन
बता दें कि, 'फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन' पंजाब में एलोपैथिक और होम्योपैथिक दवाएं उपलब्ध करवाता है। साथ ही यह संस्थान ड्रग लाइसेंस भी जारी करता है। इसके अलावा सभी दफ्तरों में स्टोरेज फैसिलिटी भी मौजूद रहेगी। जिसमें जब्त की गई दवाओं और नमूनों को स्टोर किया जाएगा।