गुरुद्वारे की पार्किंग में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, अस्पताल पहुंचने पर तोड़ा दम
Punjab Woman Gives Birth Child in Parking, लुधियाना: पंजाब के पठानकोट के सिविल अस्पातल की लापरवाही की वजह से गर्भवती को साइकिल रिक्शा में अपने बच्चें को जन्म देना पड़ा था। इस घटना को अभी दो दिन भी नहीं बीतें थे कि ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। पंजाब के जगरांव के करीब गुरुद्वारा श्री नानकसर कलेरां साहिब की गाड़ी पार्किंग में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। डिलीवरी के बाद पार्किंग में काफी देर तक दर्द में तड़पती रहीं लेकिन मेडिकल सुविधा न मिलने के कारण अंत में बेहोश हो गई।
ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, जब ये घटना हुई उस समय नानकसर संप्रदाय के मुखी संत बाबा लक्खा सिंह मौके पर मौजूद थे। बच्चे के जन्म से पहले ही उन्होंने महिला की हालात के बारे में पुलिस और जगरांव सिविल अस्पताल को सूचना दे दी थी। लेकिन सूचना दिये जाने के बाद भी काफी देर तक गर्भवती की मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा। जिसके बाद महिला ने पार्किंग में बच्चे को जन्म दिया। डिलीवरी के तुरंत बाद जगरांव के थाना सिटी के ASI तरसेम सिंह मौके पर पहुंचे।
यह भी पढ़ें: 15 किलो हेरोइन के साथ रंगे हाथ तस्कर गिरफ्तार, पूछताछ में सामने आया पाकिस्तान कनेक्शन
इलाज के दौरान महिला की मौत
बच्चे को जन्म देने के बाद महिला की हालात काफी नाजुक हो गई जिसे देखते हुए संत बाबा लक्खा सिंह ने खुद एंबुललेंस का इंतजाम किया। इसके बाद नवजात और महिला का सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां, डॉक्टरों ने जच्चा और बच्चा की गंभीर हालत को देख उन्हें लुधियाना रेफर कर दिया। लुधियाना अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। वहीं बच्चे को जच्चा बच्चा केंद्र में रखा गया है। फिलहाल नवजात स्वस्थ बता जा रहा है।
सुत्रों की माने, तो अस्पताल ले जाते समय महिला और बच्चे को अलग करने के लिए नाल भी नहीं काटी गई थी।
बिहार से थी महिला
इस मामले को लेकर ASI तरसेम सिंह ने कहा कि महिला ने मरने से पहले अपना नाम चंदा बताया था और ये भी बताया कि वो बिहार की रहने वाली है। ASI ने आगे बताया कि महिला का शव जगरांव के सिविल अस्पताल में 72 घंटे के लिए रखा गया है, इसके बाद कानूनी तौर तरीके से शव का अंतिम सस्कार कर दिया जाएगा।