होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

पंजाब की महिला आयोग अध्यक्ष का मीडिया से खास अनुरोध, महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कही ये बात

Punjab Women Commission Chairperson: पंजाब की राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल ने चंडीगढ़ में मीडिया रिप्रेजेन्टेटिव के साथ की एक संवाद सत्र आयोजन किया।
06:06 PM Jul 20, 2024 IST | Pooja Mishra
Advertisement

Punjab Women Commission Chairperson: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसके साथ ही साथ वह प्रदेश के लोगों के जीवन को समृद्ध बानने के लिए नई-नई योजनाएं भी शुरू कर रही है। पंजाब की मान सरकार ने राज्य की महिलाओं को सशक्त बनने के लिए काफी काम कर रहे हैं। इसी सिलसिले में पंजाब की राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल ने चंडीगढ़ में मीडिया रिप्रेजेन्टेटिव के साथ की एक संवाद सत्र आयोजन किया। इस सेशन में आयोग की अध्यक्ष राज लाली गिल ने मीडिया के साथ आज के मॉर्डन जमाने में महिलाओं के सामने आने वाली सामाजिक बुराइयों के मुद्दे पर चर्चा की।

Advertisement

महिला आयोग अध्यक्ष का मीडिया से अनुरोध

इस सेशन में राज लाली गिल ने जोर देते हुए कहा कि मीडिया अपने काम से महिलाओं की सुरक्षा और असामाजिक तत्वों से उनके मुकाबले को काफी हद तक आसार बना सकती है। इस बैठक के दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष ने कई महत्वपूर्ण पॉइन्स को पेश किया है। यहां उन्होंने कहा कि मीडिया को महिलाओं सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मीडिया को घरेलू हिंसा, यौन शोषण और लैंगिक असमानता जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर करना चाहिए, ताकि लोग इससे जागरुक हो सकें। इससे महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें: पंजाब की कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा ‘मेगा फूड पार्क’, मान के मंत्री ने की चिराग पासवान से मुलाकात

Advertisement

लड़कियों की परेशानी पर डाला प्रकाश

इस दौरान आयोग अध्यक्ष गिल ने रोपड़ और अमृतसर की जेलों के दौरे का अपना अनुभव शेयर किया है। उन्होंने बताया कि उन्हें जेल में ऐसे युवा मिले जिन्हें नौकरी पर बिना किसी अनुबंध या नियुक्ति पत्र के रखा गया। ऐसे कर्मचारियों को अक्सर गलत तरीके से दोषी माना जाता है। जेल में बंद लड़कियों की चिंताजनक संख्या पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया से युवा पीढ़ी को सबक के रूप में इन मुद्दों पर सक्रिय रूप काम करना चाहिए।

Open in App
Advertisement
Tags :
Punjab
Advertisement
Advertisement