वसुंधरा राजे का स्वागत करना चाह रहा था RSS कार्यकर्ता, असम के राज्यपाल ने धक्के देकर मंच से उतारा
Rajasthan News: राजस्थान के उदयपुर में सुंदर सिंह भंडारी चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में एक आरएसएस कार्यकर्ता को असम के राज्यपाल ने धक्के देकर मंच से उतार दिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुईं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के स्वागत के लिए जनसंघ के कार्यकर्ता मंच पर जाने की कोशिश कर रहे थे। उस दौरान मंच पर मौजूद असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने उन्हें मंच पर आने से रोक दिया। विजय लाल सुहालका नाम का कार्यकर्ता मंच के ऊपर आ गया, जिसे कटारिया ने धक्के मारकर नीचे उतार दिया। स्वागत समिति में उसका नाम शामिल नहीं था। उस दौरान गुलाबचंद कटारिया ने खड़े होकर विजय लाल सुहालका को रोक दिया।
विजय लाल को मंच से दूर ले जाया गया
इससे माहौल गर्मा गया और बीचबचाव के लिए सुरक्षा कर्मियों को आना पड़ा। कटारिया के रोकने के बाद वहां पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों सहित अन्य लोगों ने विजय लाल को समझाने की कोशिश की। उसके बाद विजय लाल को मंच से दूर ले जाया गया। इसके बाद गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि किसी भी कार्यक्रम के दौरान इस तरह से मंच पर आने का मतलब क्या है? इससे कार्यक्रम अव्यवस्थित हो सकता था। कार्यक्रम के बाद कोई भी व्यक्ति अपने किसी भी नेता का स्वागत कर सकता है। कार्यक्रम की रूपरेखा को ध्यान में रखते हुए विजय लाल को रोका गया है।
असम के राज्यपाल कटारिया के इस व्यवहार का आरएसएस कार्यकर्ता ने विरोध किया। कटारिया और विजय के बीच हल्की बहस भी देखने को मिली। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिस पर लोग कमेंट कर रहे हैं। जनसंघ से जुड़े विजय लाल एकदम से मंच पर पहुंच गए थे। उन्होंने वसुंधरा राजे को माला पहनाने की इच्छा जताई। ट्रस्टी कुंतीलाल जैन ने उनको समझाने की कोशिश की थी। लेकिन वे नहीं माने और माला पहनाने की बात पर अड़े रहे। जिसके बाद राजे के पास बैठे कटारिया उठकर आए और उनको मंच से हटाने लगे। बाद में पुलिस और राज्यपाल के सुरक्षाकर्मी भी पहुंच गए।