दशहरे की झांकी में 'हनुमान' बना था सलीम, दरगाह में माथा टेकने पर बीकानेर में मचा बवाल
Rajasthan News: (केजी श्रीवत्स, बीकानेर) राजस्थान के बीकानेर में एक विवाद सामने आया है। जिसके बाद हिंदू संगठनों में गुस्सा देखा जा रहा है। बीकानेर दशहरा कमेटी की प्रमुख झांकी में 'हनुमान' का किरदार निभाने वाले एक मुस्लिम एक्टर ने झांकी के दौरान कोटगेट के पास स्थित एक दरगाह में माथा टेक दिया। इस घटना के बाद जैसे ही तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए, हिंदू संगठनों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। सोशल मीडिया पर जब यह खबर फैलनी शुरू हुई तब हिंदू संगठनों ने इस पर कड़ा विरोध जताया। हिंदू संगठनों ने इसे धर्म का अपमान करार दिया। हिंदू संगठनों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।
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ज्ञापन में बताया गया है कि एक मुस्लिम व्यक्ति का हनुमान का किरदार निभाना ही उनके लिए असहनीय है। प्रदर्शन कर रहे हिंदू संगठन के पदाधिकारी रामदयाल राजपुरोहित ने बताया कि भगवान हनुमान का चरित्र भारतीय संस्कृति और धर्म का प्रतीक है। इसे निभाने वाले को धर्म और परंपराओं का आदर करना चाहिए। दरगाह में माथा टेकना, खासकर हनुमान का किरदार निभाने के बाद हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने दशहरा कमेटी को भी इस मुद्दे पर आड़े हाथ लिया। लोगों ने मांग की कि बीकानेर दशहरा कमेटी को भंग कर दिया जाए।
मुस्लिम कलाकार ने मांगी माफी
कमेटी के सदस्यों के विरुद्ध धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मामला दर्ज करने की मांग हिंदू संगठनों ने की है। हालांकि दरगाह में माथा टेकने का वीडियो वायरल होने के बाद हनुमान का किरदार निभाने वाले मुस्लिम कलाकार सलीम ने वीडियो जारी कर माफी भी मांगी है। बताया जा रहा है कि सलीम एडीएम सिटी कार्यालय में एलडीसी की पोस्ट पर कार्यरत है। इससे पहले बिहार के बेगूसराय में भी एक मामला सामने आया था। जिसमें बछवारा प्रखंड स्थित कद्राबाद हरिपुर मध्य विद्यालय में एक शिक्षक ने हनुमान जी और भगवान राम पर विवादित टिप्पणी कर दी थी। शिक्षक जियाउद्दीन ने सातवीं कक्षा के बच्चों से कहा था कि ये दोनों मुसलमान थे।
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