होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

आरती टांक कौन? जो 14 साल से रोज जाती थीं मंदिर, आज उसी रास्ते में हुई मौत

Rajasthan News : राजस्थान से एक बड़ी खबर सामने आई है। सड़क हादसे में खाटूश्याम की दीवानी आरती की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही आरोपी कार ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
11:10 AM Jun 06, 2024 IST | Deepak Pandey
सड़क हादसे में खाटूबाबा की भक्त आरती की हुई मौत।
Advertisement

Khatu Shyam Devotee Aarti Tank Death : राजस्थान में खाटूबाबा की भक्त आरती टांक पिछले 14 साल से रोज रींगस से निशाना लेकर पैदल ही खाटूधाम जाती थीं और आज उसी मंदिर के रास्ते में मौत हो गई। एक स्विफ्ट कार ने महिला भक्त को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह 20 उछलकर सड़क पर जा गिरीं और मौके पर ही जान चली गई। आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?

Advertisement

2010 से लगातार कर रही थी बाबा की सेवा

अजमेर के गांव भूणाभाय की रहने वाली आरती टांक साल 2010 से अबतक लगातार रींगस से खाटूधाम तक पदयात्रा करती थीं। वह रोज की तरह बुधवार को भी रींगस से निशान उठाकर खाटूश्याम धाम जा रही थीं। इस दौरान खाटूश्यामजी की ओर से आ रही स्विफ्ट पैदल जा रही आरती से जा भिड़ी।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में बड़ा हादसा, 7 लोग जिंदा जले, सामने आया Video

Advertisement

श्याम जगत में शोक की लहर

हादसे के बाद कार एक पेड़ जा टकराई और भक्त आरती उछलकर बीच सड़क पर जा गिरीं। स्थानीय लोगों ने आरती को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों से उसे मृत घोषित कर दिया। आरती के निधन से श्याम जगत में शोक की लहर है और लोग सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

यह भी पढ़ें : दो भाइयों को ज्वाइनिंग डेट पर ही आई मौत; ट्रक से टक्कर के बाद एक की चोट से तो दूसरे की जलने से गई जान

कौन थीं आरती टांक

नौकरी छोड़कर आरती 2010 में खाटूश्याम धाम आ गई थीं। पढ़े-लिखे परिवार से ताल्लुक रखने वाली आरती खुद पोस्ट ग्रेजुएट थीं। पहले उसने प्राइवेट अस्पताल में नौकरी की थी। इस दौरान वह 15 दिन नौकरी और 15 दिन खाटू आकर बाबा की सेवा करती थीं। वह श्याम दीवानी आरती के नाम से प्रसिद्ध थीं।

Open in App
Advertisement
Tags :
rajasthan accidentRajasthan News
Advertisement
Advertisement