मैं मरना चाहता हूं, अब जीने की इच्छा नहीं; सरकारी स्कूल प्रिंसिपल ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु दे दीजिए
Letter to President for Euthanasia: राजस्थान के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने इच्छा मृत्यु मांगी है। वह झुंझुनूं के इस्लामपुर गांव के सरकारी स्कूल का प्रिंसिपल है और उसका नाम रामकृष्ण महरिया है। रामकृष्ण ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम लिखा खत अधिकारियों को सौंपा है। वह महरिया शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है। उसने अपने लेटर में जांच के नाम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
रामकृष्ण ने बताया कि उसका स्कूल में एक महिला टीचर के साथ छुट्टियों को लेकर विवाद चल रहा है। उसके खिलाफ बगड़ थाने में केस भी दर्ज है। मामले में शिक्षा अधिकारियों को भी आरोपी बनाया गया है। 2 दिन से शिक्षा निदेशालय बीकानेर से संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण ब्रह्मानंद महर्षि के नेतृत्व में टीम झुंझुनूं आई हुई है, जिसने 2 दिन से जांच के नाम पर प्रताड़ित कर रखा है।
यह भी पढ़ें:पान-मसाला खाने वाले सावधान, UP की योगी सरकार ने जारी किया बड़ा आदेश, जानें कब से होगा लागू?
तबियत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती हुए
रामकृष्ण ने बताया कि रात के 12 बजे तक जांच के नाम पर परेशान किया जा रहा है। आज जांच टीम ने महरिया से शिक्षकों का रिकॉर्ड मंगवाया था। वह रिकॉर्ड लेकर आ रहा था, रास्ते में तबियत बिगड़ने से उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। 2 साल से विवाद चल रहा है और दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया हुआ है।
रामकृष्ण महरिया ने बताया कि उसने DEO मुख्यालय सुभाष ढाका, CBEO महेंद्र जाखड़ और शिक्षिका के खिलाफ जातिगत दुर्भावना से प्रताड़ित करने जैसे आरोप लगाते हुए थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसके बाद महिला टीचर ने भी प्रिंसिपल रामकृष्ण महरिया, ADEO रवींद्र कृष्णियां, समसा APC कमलेश तेतरवाल, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र धायल आदि के खिलाफ प्रताड़ित करने का मामला दर्ज कराया था। दोनों केसों की जांच बीकानेर शिक्षा निदेशालय कर रहा है।
यह भी पढ़ें:Indigo की फ्लाइट में बम की धमकी, मुंबई एयरपोर्ट पर हड़कंप मचा, प्लेन में थे 200 से ज्यादा पैसेंजर्स
रात के 12-12 बजे तक की जा रही पूछताछ
रामकृष्ण ने बताया कि 2 दिन से शिक्षा निदेशालय बीकानेर से संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण ब्रह्मानंद महर्षि के नेतृत्व में टीम झुंझुनूं आई हुई है। रामकृष्ण महरिया का आरोप है कि पहले दिन भी टीम ने उन्हें प्रताड़ित किया और परेशान किया। रात 12 बजे तक उनसे पूछताछ की गई।
इसके बाद अगले दिन सुबह पहले तो उन्हें डाइट में बुलाया और फिर वापस शिक्षकों का रिकॉर्ड लाने के लिए इस्लामपुर भेजा। इस आवाजाही में तबियत खराब हो गई, जिस वजह से वह अस्पताल पहुंच गए। वे इस प्रताड़ना से तंग आ चुके हैं, इसलिए इच्छा मृत्यु की मांग करते हैं।
यह भी पढ़ें:सलमान खान पर AK47 से होना था हमला, पाकिस्तान से हथियार मंगवाने वाले लॉरेंस बिश्नोई के 4 शूटर गिरफ्तार