Rahul Kaswan कौन, जिनका दर्द छलका, पूछा- क्या कसूर था मेरा, जो चुनाव टिकट के लायक नहीं समझा
Churu Lok Sabha Controversy Rebel Rahul Kaswan Story: भाजपा ने 2 दिन पहले लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चुनाव उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, जिसमें 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से खड़े किए गए 195 कैंडिडेट्स के नाम थे। इन 195 उम्मीदवारों में 15 कैंडिटेट राजस्थान के लिए हैं, लेकिन इस बार भाजपा ने राजस्थान के 5 सांसदों का टिकट काट दिया।
इनमें से एक हैं चुरु लोकसभा सीट से सांसद राहुल कस्वां, जिनका टिकट काटकर पैरा ओलिंपिक पदक विजेता देवेंद्र झाझड़िया को दे दिया गया। इससे राहुल ने नाराजगी जताई है। उन्होंने बगावती सुर अपना लिए हैं। उन्होंने चुनाव टिकट कटने का विरोध जताते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी, जिसमें उनका दर्द छलका।
पढ़ें राहुल कस्वां की इमोशनल पोस्ट...
टिकट कटते ही 3 मार्च को राहुल कस्वां ने लिखी थी यह पोस्ट...
विधायकों-सांसदों के परिवार से आते राहुल कस्वां
राहुल कस्वां राजस्थान के चुरु जिले के वर्तमान सांसद हैं और लगातार 2014-2019 का लोकसभा चुनाव 2 बार चुरु से सांसद रह चुके हैं। राहुल जिले के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार से आते हैं। उनके पिता और दादा विधायक-सांसद रह चुके हैं। राहुल कस्वां परिवार की तीसरी पीढ़ी के राजनेता हैं। 2014 में राजस्थान के सबसे कम उम्र के सांसद होने का खिताब उनके नाम है।
राहुल कस्वां के पिता रामसिंह कस्वां चुरु से ही 4 बार भाजपा के सांसद रह चुके। एक बार विधायक भी चुने गए थे। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता बलराम जाखड़ को हराया था। राहुल कस्वां की मां कमला कस्वां सादुलपुर से भाजपा विधायक रह चुकी हैं। राहुल के दादा दीपचंद कस्वां भी लोकसभा सांसद बने थे, जिनके नक्शेकदम पर चलकर राहुल कस्वां राजनीति में आए।
कहीं राजेंद्र राठौड़ तो नहीं टिकट कटने का कारण
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 2023 के विधानसभा चुनाव में चुरु की तारानगर सीट से नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ चुनाव हार गए थे। उन्होंने इस हार का ठीकरा राहुल कस्वां के सिर फोड़ा था और उन पर भितरघात करने के आरोप लगाए थे। उन्हें जयचंद तक कह दिया था। इतना ही नहीं उनकी शिकायत भाजपा हाईकमानसे की थी। ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 में चुनाव टिकट कटने का कारण इस विवाद को माना जा रहा है।
पहली सूची में राजस्थान के इन 5 नेताओं के टिकट कटे
चुरु- राहुल कस्वां
बांसवाड़ा- कनकमल कटारा
भरतपुर- रंजीता कोली
जालौर-सिरोही- देवजी पटेल
उदयपुर- अर्जुन मीणा