देश के संविधान में कहां लिखा है कि 'पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं बोल सकते', पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा का विवादित बयान
Rajendra Gudha Controversial Statement: राजस्थान में 7 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर चुनाव प्रचार अभियान जोरों पर है। इस बीच कई नेताओं के बयान भी सामने आ रहे हैं। झुंझुनूं सीट से निर्दलीय प्रत्याशी और गहलोत सरकार में पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। गुढ़ा ने कहा कि देश के संविधान में कहा लिखा है कि पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं बोल सकते। उनके बयान से फिलहाल सियासी माहौल गर्माया हुआ हैं।
बता दें कि झुंझुनूं सीट से गुढ़ा निर्दलीय मैदान में हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा कि भारत में पाकिस्तान की एंबेसी है, वहां पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं और पाकिस्तान में भारत की एंबेसी है, भारत जिंदाबाद के नारे लगाते हैं तो देश में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे क्यों नहीं लग सकते? कौनसे संविधान में इनकी मनाही की गई है?
विवादों से पुराना नाता
कांग्रेस के अशोक गहलोत की सरकार में मंत्री रह चुके राजेंद्र गुढ़ा के बयान इससे पहले भी चर्चा में रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने एक जाति विशेष के अधिकारी और नेताओं को टारगेट किया था, झुंझुनूं में सिर्फ एक ही जाति वर्ग के अधिकारी और नेता क्यों है? इससे पहले राजेंद्र गुढ़ा पुलिस अधिकारी को भी धमका चुके हैं। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी वर्दी पहनकर दादागिरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि वर्दी खोलकर आ जाओ। 60 सेकंड नहीं लगेंगे। गुढ़ा पिछली गहलोत सरकार में मंत्री रहे हैं।
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लाल डायरी की वजह से चर्चा में आए थे
राजेंद्र गुढ़ा पिछले चुनाव से पहले लाल डायरी को लेकर काफी चर्चा में आए थे। यह डायरी अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंंद्र राठौड़ की थी, जिसमें वे अपनी रोजमर्रा की चीजें नोट करते थे। गुढ़ा ने दावा किया था कि धर्मेंद्र राठौड़ के घर सीबीआई छापे के दौरान उन्होंने और कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर ने राठौड़ के आवास पर जाकर लाल डायरी निकाल ली थी।
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