खेलवीडियोधर्म
मनोरंजन | मनोरंजन.मूवी रिव्यूभोजपुरीबॉलीवुडटेलीविजनओटीटी
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियास्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस

'2007 में पापा की हुई मौत..आज उनकी आत्‍मा लेने आए हैं', राजस्‍थान के अस्‍पताल के वार्ड में खुलेआम तंत्र-मंत्र

Rajasthan News: राजस्थान के एक सरकारी अस्पताल के वार्ड में खुलेआम तंत्र मंत्र का मामला सामने आया है। अंधविश्वास का ये मामला 17 साल पहले हुई एक मौत से जुड़ा है। एक शख्स की अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके परिजनों को कहना है कि वे अस्पताल में अब आत्मा को लेने आए हैं। यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
08:52 PM Jul 16, 2024 IST | Parmod chaudhary
राजस्थान के अस्पताल में तंत्र-मंत्र
Advertisement

Tonk News: (केजे श्रीवत्सन, जयपुर) कहा जाता है कि अंधविश्वास और आस्था में एक बारीक सी लकीर होती है। लकीर के इस पार आस्था और उस पार अंधविश्वास की गहरी खाई होती है। दुनिया जहां चांद पर बसने की बात कर रही है। वहीं, 21वीं सदी के भारत में आज भी अंधविश्वास अपनी गहरी जड़ें जमाए हुए है। ऐसा ही एक मामला अब राजधानी जयपुर से 100 किलोमीटर दूर सरकारी अस्पताल में सामने आया है। जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल मामला टोंक जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से जुड़ा हुआ है।

Advertisement

यह भी पढ़ें:पत्‍नी ने गुस्‍से में देखा तो ताबड़तोड़ वार कर ब्‍लेड से काट डाला; फ‍िर खुद ही पहुंच गया थाने

सीधे वार्ड में घुसे और टोटके शुरू कर दिए

टोंक जिले के दूनी के माधोराजपुरा गांव से आए कुछ ग्रामीण सीधे सआदत अस्पताल के वार्ड में पहुंचे और एक बेड के पास अंधविश्वास और पाखंड से जुड़े टोने-टोटके करने शुरू कर दिए। तथाकथित आत्मा को मुक्ति दिलाने का अंधविश्वास से जुड़ा खेल चलता रहा। यह देखकर अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीज और उनके तीमारदार भी हैरान रह गए। सबसे बड़ी हैरान कर देने वाली बात यह रही कि अस्पताल प्रबंधन से जुड़े किसी भी अधिकारी और कर्मचारी ने इस पाखंड को लेकर कोई सवाल नहीं किया।

यह भी पढ़ें:NEET Paper Leak: संदूक से पेपर चुराने वाला आया पकड़ में, जानें कब और कैसे की थी वारदात?

Advertisement

मीडिया ने जरूर ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली। परिजन जय सिंह मीणा ने बताया कि माधोराजपुरा निवासी उनके पिता की सआदत अस्पताल के वार्ड में करीब 17 साल पहले मौत हो गई थी। तभी से उनकी आत्मा यहां कैद थी और घर के लोगों को परेशान कर रही थी। इसलिए वे आज उन्हें लेने आए हैं।

यह भी पढ़ें:चीन के छक्के छुड़ा देगा ये नया डिफेंस सिस्टम, बॉर्डर से 40 किलोमीटर दूर तबाह कर देगा दुश्मन के विमान

पहले भी सामने आया था ऐसा मामला

कोटा मेडिकल कॉलेज के महाराव भीमसिंह चिकित्सालय में पहले भी एक ऐसा मामला सामने आया था। तीन साल पहले चितौड़गढ़ के एक शख्स की मौत हुई थी। जो करंट से झुलस गया था। उसके परिजन भी अस्पताल में आत्मा लेने के लिए आए थे। उनका कहना था कि मौत के बाद घर में अशांति छाई हुई है। किसी ने उनको परिजन की आत्मा अस्पताल से लाने के लिए कहा था।

Advertisement
Tags :
Rajasthan News
वेब स्टोरी
Advertisement
Advertisement