Ayodhya में ठंड से ऐसे बचेंगे रामलला; नहाने, खानपान में होगा बदलाव, विशेष होगी देखभाल
Ayodhya Ram Mandir: सर्दियां शुरू हो गई हैं। ठंड से बचने के लिए जैसे हम अपने खानपान और पहनावे में धीरे-धीरे बदलाव करते हैं। ठीक वैसे ही प्रभु रामलला के भोग और वस्त्रों में भी बदलाव किया जाता है। अयोध्या में भगवान राम बालक के रूप में विराजमान हैं। जिस प्रकार बदलते मौसम में बच्चों की सेहत का खास ध्यान रखना पड़ता है। ठीक वैसे ही रामलला की भी देखभाल की जाएगी।
रामलला को ठंड से बचाने के लिए खास कपड़े तैयार किए जाते हैं। इसी के साथ उनके भोग और स्नान के पानी में भी बदलाव किया जाएगा। साथ ही उन्हें रजाई भी ओढ़ाई जाएगी। चलिए विस्तार से जानते हैं किस दिन रामलला को रजाई ओढ़ाई जाएगी।
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20 नवंबर को ओढ़ाई जाएगी रजाई
वैदिक पंचांग के अनुसार, 20 नवंबर 2024 को अगहन की पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन रामलला को रजाई ओढ़ाई जाएगी। इससे पहले गर्म पानी से स्नान कराने के साथ उन्हें गर्म कपड़े पहनाए जाएंगे। इस साल रामलला को सर्दी से बचाने के लिए लद्दाख से पश्मीना शॉल और उत्तराखंड से ऊनी वस्त्र लाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मशहूर डिजाइनर मनीष त्रिपाठी को रामलला के लिए वस्त्र तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है।
भोग से ठंडी चीजों को हटाया जाएगा
कपड़ों के अलावा रामलला के खानपान में भी बदलाव किया जाएगा। ठंडी चीजों को हटाकर गर्मी पहुंचाने वाली चीजों से रामलला का भोग तैयार किया जाएगा। यदि आने वाले दिनों में ठंड कम नहीं होती है, तो ऐसे में मंदिर परिसर में ब्लोअर भी लगाया जाएगा।
22 जनवरी को हुई थी प्राण प्रतिष्ठा
राम मंदिर का लोकार्पण 22 जनवरी 2024 को हुआ था। हालांकि उस समय भी ठंड का मौसम था। लेकिन प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहला मौका है, जब रामलला अपने नए मंदिर में प्रतिष्ठित हैं। ऐसे में उन्हें ठंड से बचाने के लिए 20 नवंबर 2024 से नियम में कुछ बदलाव किए जाएंगे।
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