भाद्रपद महीने में इन दो देवताओं की कृपा से बनेंगे हर काम, इन आसान उपायों से प्रसन्न होंगे ये देव
Bhadrapad 2024: भगवान शिव का प्रिय महीना सावन खत्म होने में कुछ दिन ही बाकी हैं। शिव जयकारा के साथ सोमवार 19 अगस्त, 2024 को रक्षा बंधन पर्व के साथ सावन समाप्त हो जाएगा। वहीं, मंगलवार 20 अगस्त से भाद्रपद यानी भाद्रपद यानी भादो महीना शुरू हो जाएगा। हिंदू धर्म में भाद्रपद महीना का विशेष महत्व रखता है। इस महीने में कई खास पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं और अनेक देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस महीने में केवल दो विशेष देवताओं की पूजा करने से सभी कार्य सिद्ध हो सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आ सकती है। आइए जानते है, ये दो खास देव कौन हैं और उन्हें किन उपायों से शीघ्र प्रसन्न किया जा सकता है?
भाद्रपद में इनकी पूजा है विशेष फलदायी
हिन्दू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद कृष्ण प्रतिपदा (प्रथमा) तिथि की शुरुआत 19 अगस्त की रात 11:55 PM बजे होगी। हिन्दू धर्म के विधान के अनुसार, जहां सावन में भगवान शिव एकमात्र और सर्वश्रेष्ठ देवता होते हैं। वैसा भाद्रपद में नहीं होता है। इस महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में दो अलग देवों की प्रधानता है। प्रचलित परंपरा के मुताबिक, भाद्रपद कृष्ण पक्ष में भगवान श्रीकृष्ण सर्वाधिक पूज्य देव हैं, शुक्ल पक्ष में भगवान श्री गणेश प्रधान देवता बन जाते हैं। इसलिए भाद्रपद माह में इन दो देवों की पूजा और उपासना से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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भगवान श्रीकृष्ण
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की आधी रात को भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इसलिए उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में इस माह की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी त्योहार मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के 8वें अवतार हैं। भगवान कृष्ण को मोहन, माखन चोर, मुरलीधर आदि के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि भाद्रपद में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस साल जन्माष्टमी त्योहार 26 अगस्त, 2024 को मनाई जाएगी।
विघ्नहर्ता श्री गणेश
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन माता पार्वती ने भगवान गणेश की उत्पत्ति की थी। शुक्ल पक्ष की इस तिथि को विनायक चतुर्थी कहते है, जो भादो माह में गणेश चतुर्थी उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह दस दिवसीय त्योहार है, जो अनंत चतुर्दशी के दिन समाप्त होता है। मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं और कार्य में सफलता मिलती है। कहते हैं, जो व्यक्ति सच्चे मन से गणेशजी की पूजा करता है, उसके जीवन से सभी विघ्न बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। इस साल गणेश चतुर्थी त्योहार 7 सितंबर, 2024 को मनाई जाएगी।
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इन देवताओं को प्रसन्न करने के उपाय
भगवान श्री कृष्ण: भगवान श्रीकृष्ण को पीले रंग का फूल, तुलसी का पत्ता, माखन, मिश्री आदि अर्पित करने से शीघ्र प्रसन्न होते हैं। जन्माष्टमी का व्रत रखने से भी श्रधालुओं पर कृष्ण जी की कृपा होती है। इस व्रत के मौके पर उनकी मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं और भजन-कीर्तन करें। जन्माष्टमी के दिन बांसुरी और मोर पंख लाकर पूजा घर में रखने से घर की सुख-समृद्धि में वृद्धि होती और मनोकामनाएं पूरी हैं।
भगवान गणेश: भगवान गणेश मोदक, दूर्वा, लड्डू आदि अर्पित करने से शीघ्र प्रसन्न होते हैं। उनकी मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं और गणेश स्तोत्र का पाठ करें, इससे जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है। सुख और समृद्धि में वृद्धि के लिए घर पर पूरी श्रद्धा से गणेश चतुर्थी पूजन करें और व्रत रखें।
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