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भगवान राम के इस वंशज ने लिया था महाभारत युद्ध में भाग, अभिमन्यु के हाथों हुई थी मृत्यु

क्या आप जानते हैं, महाभारत युद्ध के समय भगवान राम के राज्य कोसल के शासक कौन थे? महाभारत की कथा बतलाती है कि द्वापर युग में कोसल की राजधानी अयोध्या में राजा बृहद्बल सिहासन बैठे थे। आइए जानते हैं, पूरी कहानी क्या है और उन्होंने कौरवों की ओर से युद्ध क्यों किया था?
06:35 PM Mar 17, 2025 IST | Shyam Nandan
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भगवान राम त्रेता युग में हुए थे और यह कथा द्वापर युग की है, जब भारत में कौरवों और पांडवों का बोलबाला था। क्या आप जानते हैं, महाभारत युद्ध के समय भगवान राम के राज्य कोसल के शासक कौन थे? महाभारत की कथा बतलाती है कि द्वापर युग में कोसल के राजा बृहद्बल थे और वे भगवान राम के वंशज थे। कहा जाता हैं कि वे कोसल राज्य के अंतिम शासक थे। महाभारत की कथा यह भी बताती है कि उन्होंने महाभारत युद्ध में कौरवों की ओर से युद्ध किया, जो कि उनके वंश के लिए एक आश्चर्यजनक बात थी।

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भगवान राम का वंश और कोसल राज्य

राजा बृहद्बल भगवान राम के पुत्र कुश के वंशज थे और इक्ष्वाकु राजवंश से थे, जो भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित राजवंशों में से एक था। रामायण काल में अयोध्या को कोसल राज्य की राजधानी माना जाता था, लेकिन महाभारत काल तक कोसल राज्य की शक्ति क्षीण हो चुकी थी। राजा बृहद्बल कोसल राज्य के अंतिम ज्ञात शासक थे, क्योंकि उनकी मृत्यु के बाद कोसल राज्य का स्वतंत्र अस्तित्व समाप्त हो गया।

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महाभारत युद्ध में भूमिका

राजा बृहद्बल ने महाभारत युद्ध में कौरवों की ओर से युद्ध किया। यह आश्चर्यजनक था क्योंकि पांडव भी धर्म के मार्ग पर थे, लेकिन महाभारत में उल्लेखित है कि पांडवों द्वारा किए गए किसी अपराध के कारण उन्होंने कौरवों का साथ दिया। हालांकि, इस अपराध का विवरण महाभारत में स्पष्ट रूप से नहीं मिलता, लेकिन यह माना जाता है कि कोई राजनीतिक या पारिवारिक कारण रहा होगा।

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एक शक्तिशाली योद्धा थे बृहद्बल

विद्वान लोगों का मानना है कि राजसूय यज्ञ के समय भीम ने बृहद्बल को अधीन कर लिया था, जबकि दिग्विजय यात्रा के दौरान कर्ण ने उस पर विजय प्राप्त की। इसी कारण बृहद्बल ने कुरुक्षेत्र युद्ध में कौरवों का साथ दिया। कहते हैं, बृहद्बल एक शक्तिशाली योद्धा थे और उन्होंने युद्ध में कौरव सेना का नेतृत्व किया। उन्होंने कई पांडव योद्धाओं से भिड़ंत की और अपनी वीरता का परिचय दिया।

अभिमन्यु के हाथों हुई मृत्यु

महाभारत के अनुसार, युद्ध के तेरहवें दिन जब अभिमन्यु ने चक्रव्यूह में प्रवेश किया, तो बृहद्बल उन योद्धाओं में से एक थे जो उसके मार्ग में आए। अभिमन्यु ने उन्हें परास्त किया और युद्ध के दौरान अपने घातक तीरों से उनका वध कर दिया। इस प्रकार, बृहद्बल की वीरगति हुई और उनके साथ ही कोसल राज्य का स्वतंत्र अस्तित्व समाप्त हो गया।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Kisse KahaniyaMahabharata Story
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