होमखेलवीडियोधर्म
मनोरंजन.. | मनोरंजन
टेकदेश
प्रदेश | पंजाबहिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारउत्तर प्रदेश / उत्तराखंडगुजरातछत्तीसगढ़दिल्लीझारखंड
धर्म/ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थएक्सप्लेनरफैक्ट चेक ओपिनियननॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

इन 5 उपायों से दूर होगा कुंडली का बुध दोष, जल्द पूरे होंगे बुध-बाधा से रुके और अटके काम

Budh Dosh Upay: ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक कुंडली में बुध ग्रह का मजबूत होना जरूरी है। बुध के कमजोर होने से वाणी, बुद्धि, तर्क और विवेक समेत इसका असर शिक्षा और व्यापार से सबसे अधिक होता है।
01:57 PM Jul 03, 2024 IST | Shyam Nandan
Advertisement

Budh Dosh Upay: वैदिक ज्योतिष में बुध एक बहुत शुभ ग्रह माने गए हैं। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक कुंडली में बुध का मजबूत होना आवश्यक है। जिनकी कुंडली में बुध मजबूत होते हैं, वैसे व्यक्ति बुद्धिमान और विद्वान होते हैं। आइए जानते हैं, बुध ग्रह का जीवन में महत्व क्या है, ये कुंडली में कब अशुभ माने गए हैं और ज्योतिष शास्त्र में बताए गए किन उपायों से बुध दोष को समाप्त कर सकते हैं?

Advertisement

जीवन में बुध ग्रह का महत्व

वैदिक ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह के कार्य और अधिकार निश्चित हैं, इसे ग्रह का कारकत्व कहते हैं। बुद्धि, विवेक, तर्क क्षमता, सीखना और समझना (Learning and Understanding), शिक्षा, बुद्धिमता और चतुराई, वाणी, लेखन, गणित, ज्योतिष, व्यापार, पत्रकारिता, मित्र, मामा, चाची, वाणी का व्यापार, वेद-ज्ञान, ममेरे-भाई बहन, नृत्य (डांस), तीर्थयात्रा, हास्यप्रेम आदि के कारक ग्रह बुध हैं। उनके शुभ और अशुभ होने जीवन के इन पहलुओं पर व्यापक असर होता है। कुंडली में कमजोर बुध ग्रह व्यक्ति को आजीवन अशिक्षित, अज्ञानी और मूर्ख बनाए रख सकता है। इसलिए जीवन में बुध ग्रह का अत्यधिक महत्व है।

बुध ग्रह कब होते हैं अशुभ?

वैदिक ज्योतिष के मुताबिक जब कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होते हैं, तब वे अपना श्रेष्ठ फल नहीं दे पाते हैं। इसे ज्योतिष शास्त्र में 'बुध-बाधा' कहा गया है। बुध तब सबसे ज्यादा अशुभ होते हैं, जब वे मीन राशि में होते हैं। बता दें, मीन उनके शत्रु ग्रह बृहस्पति की राशि है। इस राशि में बुध सबसे कमजोर माने गए हैं। जब बुध कुंडली के 6, 8 या 12वें में होते हैं, तब भी वे अशुभ होते हैं। इसके अलावा जब बुध ग्रह बृहस्पति और मंगल की राशियों यानी मेष, वृश्चिक, धनु और मीन राशि में होते हैं, तो अशुभ माने गए हैं। साथ ही, यदि उन पर बृहस्पति और मंगल की दृष्टि होती है, तो वे अशुभ प्रभाव दिखाते हैं।

Advertisement

बुध दोष दूर करने के उपाय

वैदिक ज्योतिष में हरे रंग पर बुध ग्रह का स्वामित्व माना गया है। साथ ही, इस ग्रह पर भगवान गणेश और भगवान विष्णु की विशेष कृपा रहती है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र में बुध दोष को दूर करने के लिए बताए गए अधिकांश उपाय हरे रंग की वस्तुओं और इन दोनों देवताओं की पूजा और उपासना से संबंधित हैं। आइए जानते हैं, ये उपाय क्या हैं?

ये भी पढ़ें: सावन में इस शिवलिंग की पूजा से पूरी होंगी मनोकामनाएं, जानें कितने तरह के होते हैं शिवलिंग

ये भी पढ़ें: 72 साल बाद सावन पर बना विलक्षण महासंयोग, शिव कृपा से पूरी होगी भक्त की हर मनोकामना

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

Open in App
Advertisement
Tags :
Budh Dosh ke UpayBudh GrahBudh Grah Upay
Advertisement
Advertisement