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Durga Saptashati: नवरात्र में कर रहे हैं दुर्गा सप्तशती का पाठ, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान

Durga Saptashati in Navratri: सनातन धर्म में किसी भी धार्मिक और पवित्र पुस्तक को हाथ से स्पर्श करके नहीं पढ़ा जाता है। आज इस खबर में जानेंगे कि नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है, जिससे मां दुर्गा प्रसन्न हो जाएं।
11:25 AM Apr 05, 2024 IST | Raghvendra Tiwari
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Durga Saptashati in Navratri: वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्रि की शुरुआत आज यानी 9 अप्रैल दिन मंगलवार से हो गई है। बता दें कि नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस नौ दिन में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का बहुत ही महत्व होता है। मान्यता है कि जो लोग नवरात्रि के दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं, उनके जीवन की सारी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। साथ ही मानसिक रूप से शांति मिलती है।

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दुर्गा सप्तशती में 13 अध्याय होते हैं, जिन्हें नवरात्रि के नौ दिनों में समाप्त किया जाता है। माना जाता है कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय कुछ विशेष नियम का ध्यान रखना पड़ता है। अगर आप इन नियमों को नहीं मानते हैं तो मां दुर्गा नाराज हो जाती हैं। साथ ही दुर्गा सप्तशती पाठ का कोई भी फल नहीं मिलता है। तो आज इस खबर में जानेंगे कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है।

दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का नियम

सनातन धर्म के अनुसार, कभी भी किसी भी धार्मिक या पवित्र पुस्तक को हाथ से स्पर्श करके नहीं पढ़ना चाहिए। बल्कि व्यासपीठ पर रखकर पढ़ना चाहिए। अगर आप भी नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहते हैं तो व्यासपीठ पर रखकर ही करें। अगर आपके पास व्यासपीठ नहीं है तो हाथ पर लाल रंग का कपड़ा रखकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

मान्यता है कि दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय बीच में नहीं रुकना चाहिए। बल्कि दुर्गा सप्तशती के सभी 13 अध्याय को एक साथ ही पढ़ना चाहिए।

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ज्योतिषियों के अनुसार, दुर्गा सप्तशती का पाठ न तो ज्यादा तेज गति में करना चाहिए और न ही ज्यादा धीमी गति में करना चाहिए।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दुर्गा सप्तशती का पाठ करते समय शुद्धिकरण का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसा नहीं करने से मां दुर्गा नाराज हो जाती हैं। साथ ही पाठ का कोई भी फल नहीं मिलता है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

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